जिस स्कूल में पढ़ीं आज उसी में भाजपा प्रत्याशी ने डाला वोट,बोलीं-यादें ताजा हो गई

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जयपुर:-लोकतंत्र के महापर्व में आज प्रदेश के 12 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. जयपुर शहर सीट का चुनावी नतीजा 8 विधायकों के 4 महीने के रिपोर्ट कार्ड का खाका पेश करेगा. सिविल लाइंस विधानसभा सीट से चुनाव हारे प्रताप सिंह खाचरियावास लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जयपुर शहर के प्रत्याशी हैं, जबकि बीजेपी ने पूर्व मंत्री भंवरलाल शर्मा की बेटी मंजू शर्मा पर दांव खेला है, जो पहले हवा महल विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरी थीं, लेकिन उस वक्त उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा था. हालांकि शुक्रवार को जब वो अपना वोट कास्ट करने पहुंची, तो एक बड़ी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आईं. उन्होंने ये भी बताया कि जिस मतदान केंद्र पर आज उन्होंने अपने मत का प्रयोग किया है, उसी स्कूल में उन्होंने कक्षा 6 से कक्षा 11वीं तक की पढ़ाई की थी. इसी के नजदीक उनका पैरेंटल हाउस भी है, ऐसे में यहां आकर उनकी पुरानी यादें ताजा हो गई.

बता दें कि प्रदेश में जयपुर की चुनावी चौसर पर सभी की निगाहें हैं, जिसका बड़ा कारण सांगानेर और विद्याधर नगर विधानसभा सीट है, जो प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की विधानसभा सीटें हैं. इन दोनों विधानसभा सीटों के अलावा बची हुई 6 विधानसभा सीटों में भी चार बीजेपी के खाते में हैं. ऐसे में जयपुर लोक सभा सीट सरकार के नजरिए से सबसे भारी है. भाजपा प्रत्याशी मंजू शर्मा ने कहा कि शहर की सभी 8 विधानसभा सीटों पर लोगों का बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर उनकी जीत के लिए जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि गिनते रह जाएंगे, इतने मतों से जयपुर शहर में बीजेपी को जीत मिलेगी.

पुरानी यादें ताजा हो गई : वहीं, बतौर मतदाता मंजू शर्मा ने कहा कि मतदाता जागरूक हुआ है. इस बार मतदाताओं की लंबी कतार मतदान केंद्रों पर देखने को मिल रही है. लोगों में मतदान करने को लेकर उत्साह है. निर्वाचन विभाग ने भी वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए जागरूकता लाने का प्रयास किया है. यह लोकतंत्र के पर्व के लिए अच्छा है. उन्होंने बताया कि जिस स्कूल में उन्होंने वोट किया है, वहां कक्षा 6 से कक्षा 11वीं तक उन्होंने अध्ययन किया है. जब वो यहां वोट डालने पहुंची तो सारी पुरानी यादें ताजा हो गई, कई पुरानी सहपाठी भी मिली.

500 वोटों की हार नकारी हार नहीं होती : उन्होंने कहा कि यहां इमली के पेड़ की छांव में बैठकर हम इमली तोड़कर खाया करते थे. इन यादों के साथ आज लोकसभा चुनाव में खुद को भी वोट डालकर एक सुखद अनुभूति हो रही है. जयपुर लोकसभा क्षेत्र उनका परिवार है, तभी उन्हें यहां कोई दीदी और कोई बुआ कहता है. वहीं मंजू शर्मा ने स्पष्ट किया कि पिछली बार हवामहल विधानसभा से जब उन्होंने चुनाव लड़ा था, तब भी क्षेत्र की जनता का भरपूर प्यार मिला था. केवल 500 वोटों की हार जनता की नकारी हुई हार नहीं होती. बाकी इस बार जनता का ओर भी भरपूर प्यार मिला है.