महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ। पाचोरा स्टेशन के पास माहेजी और परधाड़े के बीच पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के चलते यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी यात्री ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी। घबराए यात्री ट्रेन से कूद गए, लेकिन उसी दौरान दूसरे ट्रैक पर आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कई लोगों को कुचल दिया।
जलगांव एसपी ने 11 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं, विशेष पुलिस महानिरीक्षक दत्तात्रय कराले ने पीटीआई को बताया कि 12 शव सिविल अस्पताल भेजे गए हैं। हादसे में 40 यात्रियों के घायल होने की भी खबर है।
टर्निंग पर हुआ हादसा
सेंट्रल रेलवे के भुसावल डिवीजन के अधिकारियों के मुताबिक, घटना स्थल पर रेलवे ट्रैक एक तीखे मोड़ पर था। इसी वजह से दूसरे ट्रैक पर बैठे यात्रियों को ट्रेन के आने का अंदाजा नहीं लगा और कर्नाटक एक्सप्रेस ने उन्हें कुचल दिया।
सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल निला ने बताया कि यह घटना मुंबई से 400 किलोमीटर दूर हुई है।
ब्रेक लगने से उठी चिनगारी
हादसा तब हुआ जब लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस (12533) के एक कोच में ‘हॉट एक्सल’ या ब्रेक-बाइंडिंग के कारण पहियों से धुआं और चिनगारी उठी। इससे यात्रियों में दहशत फैल गई। घबराए लोगों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी और कुछ यात्री नीचे कूद गए।
उसी समय बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस (12627) विपरीत ट्रैक पर आ गई, जिससे कई यात्रियों की जान चली गई।
रेलवे का बयान
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। अधिकारियों ने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस दुर्घटना ने रेलवे सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।