New Delhi :
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हिंदुत्व विचारक और स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर पर की गई टिप्पणी को लेकर घमासान जारी है। विरोध के बीच राहुल को समर्थन भी मिल रहा है। महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी ने राहुल के बयान के समर्थन किया है। तुषार गांधी ने कहा, यह सच है कि वीर सावरकर अंग्रेजों के दोस्त थे, उन्होंने अंग्रेजों से जेल से बाहर निकलने के लिए माफी मांगी थी। ऐसा नहीं है कि हमने इसे व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से लिया है, इतिहास में सबूत हैं।
तुषार बोले, यात्राओं ने कई क्रांतियों को जन्म दिया
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर तुषार गांधी ने कहा कि यात्राएं परंपरा का हिस्सा हैं, जिन्होंने वर्षों में कई क्रांतियों को जन्म दिया है। आज जब देश हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित किए गए मूल्यों के खिलाफ आगे बढ़ रहा है, तो लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण हो जाता है कि हमने हार नहीं मानी है।
सावरकर के पैतृक गांव के लोगों ने राहुल की टिप्पणी पर विरोध जताया
राहुल गांधी की सावरकर पर टिप्पणी के विरोध में सावरकर की जन्मस्थली नासिक के भगूर में लोगों ने शुक्रवार को बाजार बंद रखा। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अकोला जिले के वाडेगांव में गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया था कि विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और कारागार में रहने के दौरान उन्होंने डर के कारण माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और अन्य समकालीन भारतीय नेताओं को धोखा दिया था।
कांग्रेस नेता की टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आह्वान पर आवश्यक सेवाओं को छोड़कर दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान शुक्रवार को दिन भर बंद रहे। बालासाहेबांची शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी बंद का समर्थन किया। भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि इलाके के लोगों ने छत्रपति शिवाजी चौक पर विरोध-प्रदर्शन किया और राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा की देओलाली कैंप-भगूर इकाई के मंडल अध्यक्ष प्रसाद अडके ने कहा कि राहुल गांधी सावरकर का अपमान करते रहे हैं और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। हम गांधी परिवार के किसी भी सदस्य को भगूर में तब तक प्रवेश नहीं करने देंगे जब तक वह (राहुल गांधी) माफी नहीं मांग लेते। अधिकारियों ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण है और कहीं से, किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।