होटल में मारपीट करने के मामले में आईएएस,आईपीएस विश्नोई और एएसआई के साथ दो पुलिसकर्मी निलंबित,आरटीडीसी चेयरमैन राठौड़ की शिकायत पर सीएम गहलोत ने की कार्रवाई

Jaipur Rajasthan

जयपुर:-मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर कार्मिक विभाग ने  मंगलवार रात को  दो आदेश जारी कर आईएएस अधिकारी गिरधर और आईपीएस अधिकारी सुनील विश्नोई निलंबित कर दिया है।

वहीं दूसरी ओर अजमेर के एसपी चुनाराम जाट ने गेगल थाने के एएसआई रुपाराम, कॉन्स्टेबल गौतम और मुकेश यादव निलंबित करकिया है ।

सीएम गहलोत के निर्देश पर  इस मामले की डीजीपी  उमेश मिश्रा ने पूरे प्रकरण की जांच एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज  जोसेफ को दी गई है।

आईएएस अधिकारी गिरधर और आईपीएस अधिकारी सुनील कुमार विश्नोई पर आरोप है कि उन्होंने अजमेर स्थित हाईवे के होटल मकराना राज में 11 जून को रात्रि 2:00 बजे होटल कर्मियों के साथ मारपीट करने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह सीएमअशोक गहलोत के निर्देश पर की गई है। होटल के मालिक महेंद्र सिंह आरोप लगाया कि आईपीएस अधिकारी सुनील बिश्नोई अपने चार पांच साथियों के साथ एक निजी कार्य होटल आए थे। होटल के बाद बनियान में बैठे कर्मचारी से पूछा या कैसे बैठे हो । उसने कहा कि होटल का स्टाफ सोने जा रहा हूं उसके बाद मार दिया। होटल स्टाफ उमेश कुमार, महेंद्र गुर्जर और अन्य स्टाफ के साथ मारपीट की गाली गलौज की और वापस चले गए । इस घटना की सूचना दी गई थाने को दी गई। रात 2:30 बजे आईपीएस अधिकारी सुनील विश्नोई एएसआई रुपाराम और पुलिसकर्मियों के साथ आए  उन्होंने होटल कर्मियों के साथ जमकर मारपीट की। इसकी शिकायत जगह खाने को की गई लेकिन गेगल थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया। होटल पर जो घटना घटी  उसका सारा वीडियो सीसीटीवी कैमरे में घटना दर्ज हो गई ।

घटना के बाद राजपूत समाज के लोगों में राजस्थान पर्यटक विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर से मुलाकात की और ज्ञापन दिया। राजपूत समाज के लोगों ने कहा कि आईएएस अधिकारी गिरधर और आईपीएस अधिकारी सुनील विश्नोई अन्य पुलिसकर्मियों ने होटल कर्मियों के साथ मारपीट की है। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  और आईजी को भी की गई। आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया और उन्होंने सीएम गहलोत तक इसकी जानकारी पहुंचाई उसके बाद सरकार के आला अफसरों के द्वारा यह कार्यवाही की गई। कार्मिक विभाग द्वारा दोनों उच्च अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए।