जोधपुर:-राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद 953 करोड़ का संजीवनी क्रेडिट घोटाला फिर चर्चा में आ गया है। गहलोत ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह पर निवेशकों का पैसा हड़पने वाली संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के साथ संबंध होने के आरोप लगाए है। सीएम गहलोत ने कहा कि शेखावत आरोपी है। उन्हें खुद आगे आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। सीएम ने कहा कि शेखावत ने अगर जेड श्रेणी की सुरक्षा ली है तो मेरा मानना है कि वह घोटाले में आरोपी है। उन्हें डर था कि एसओजी उन्हें गिरफ्तार न कर लें। यह बहुत गंभीर बात है। गहलोत ने कहा कि पूरे मामले की जांच एसओजी कर रही है। मैंने सुना है कुछ लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई है। मैं बात करूंगा। आप आगे क्यों नही बढ़ पा रहे हैं।
जोधपुर में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है। उन्हें किससे खतरा था। यदि खतरा था तो हमें पहले लिखते। केंद्रीय मंत्री को हम सुरक्षा प्रदान करते। सीएम गहलोत ने कहा कि शेखावत को केंद्र सरकार से सुरक्षा लेने की क्या जरूरत पड़ी गई है। राज्य सरकार के लिखते। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराते। अगर उन्होंने जेड सुरक्षा ली है तो मेरा मानना है कि वह घोटाले में अभियुक्त है। उन्हें डर था कि एसओजी उन्हें गिरफ्तार न कर लें। यह बहुत गंभीर बात है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को सोचने की बात है। मोदी कैबिनेट में ऐसे लोग बैठे है जिनकी वजह से लोगों के पैसे डूब गए है। लोग हाहाकार कर रहे हैं। कोई जवाब देने वाला नहीं है।
सीएम गहलोत को आज जोधपुर में संजीवनी क्रेडिट घोटाला के पीड़ितों ने ज्ञापन सौंपा और पैसा दिलाने की मांग की। सीएम ने कहा कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते शेखावत आगे आए, बडप्पन दिखाएं। लोगों को संतुष्ठ कर करें। कैसे पैस मिले इनको, जो संपत्ति है। उसे बेचकर लोगों को पैस दिलाएं। कुछ तो मिले है। लोगों को मूलधन तो मिले है। ब्याज तो भले ही न मिले। सीएम ने कहा कि कई लोगों की की तो सदमे में मौत हो गई है। मुझे लगता है शेखावत इसलिए परवाह नहीं करते हैं कि लोग धीरे-धीरे मर जाएंगे। इसलिए परवाह नहीं करते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि संजीवनी कोऑपरेटिव घोटाले के पीड़ितों के लिए उनकी सरकार हरसंभमव दद करेगी। आप निश्चित रहो। सीएम ने कहा कि कानून बदलना पड़े तो हम लोग कानून बदलेंगे। कुछ भी करना पड़े। करेंगे हम लोग। सीएम गहलोत ने कहा कि लाखों का मामला होता तो मैं भीख मांग लेता। उद्योगपतियों से मदद दिलवा देता। यह करोड़ों का मामला है। इसलिए गजेंद्र सिंह शेखावत को खुद को आगे आना चाहिए। लोगों से बातचीत करें। तब उनका बड़प्पन दिखेगा। यह मेरा मानना है।