केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने जेपी नड्डा से की मुलाकात:दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवास पर दोनों के बीच चर्चा

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रायपुर:-केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पहुंचीं। दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो रही है। रेणुका सिंह ने भरतपुर-सोनहत सीट से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की हैं। मुख्यमंत्री पद की रेस में उनका नाम भी चल रहा है। छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रभारी ओम माथुर, नितिन नबीन के साथ शुक्रवार को बीजेपी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक रायपुर आ सकते हैं। विधायकों से रायशुमारी करेंगे, इसके बाद नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों के मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई है। बैठक शुरू होते ही पीएम मोदी को इस जीत के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरी नहीं, पूरी टीम की जीत है।

इससे पहले बुधवार को छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीते 2 सांसदों अरुण साव और गोमती साय ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वहीं, रेणुका सिंह भी दिल्ली में हैं। इस्तीफे की बात पर उन्होंने कहा कि पार्टी जैसा निर्देश देगी, वैसा करेंगे। इसके बाद ये साफ हो गया कि इन नेताओं की प्रदेश में ही अहम भूमिका रहने वाली है।

‘मोदी जी का स्वागत है’ के नारे लगे

संसद भवन परिसर में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्री-नेता मौजूद रहे। सबसे पहले छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में पार्टी की धमाकेदार जीत के लिए नेताओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया। नेताओं ने ‘मोदी जी का स्वागत है’ के नारे भी लगाए।

8 दिसंबर को विधायक दल की बैठक संभव

चर्चा है कि 8 दिसंबर को विधायक दल की बैठक हो सकती है और 10 दिसंबर को शपथ ग्रहण हो सकता है। इससे पहले बुधवार को दो सांसदों अरुण साव और गोमती साय ने सांसदी से इस्तीफा दिया था। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव लोरमी और गोमती साय पत्थलगांव विधानसभा सीट से निर्वाचित हुई हैं। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 4 सांसदों को उतारा था, इनमें से सिर्फ विजय बघेल को ही हार का सामना करना पड़ा।

प्रदेश में छठी विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी

प्रदेश के राज्यपाल हरिचंदन ने छठी विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही पांचवी विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो गया। इसके साथ ही 2018 में निर्वाचित विधायकों की विधायकी भी खत्म हो गई है। हारे हुए विधायक अब पूर्व की श्रेणी में आ गए हैं। ऐसे में विधानसभा सचिवालय ने उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया है।