संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को छठवां दिन था। सत्र की शुरुआत से पहले विपक्षी INDIA गठबंधन के नेताओं ने अडाणी और उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के खिलाफ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हुए। हालांकि, समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।
लोकसभा में उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना ने संभल में भाईचारे को नुकसान पहुँचाया है और भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों की कार्रवाइयाँ देश के भाईचारे को कमजोर कर सकती हैं।
अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा सांसद राम गोपाल यादव ने सवाल उठाया कि इस मामले में अब तक किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या संभल में हुई हिंसा के साथ-साथ बदायूं, जौनपुर और अजमेर शरीफ में हो रही घटनाएँ देश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश का हिस्सा नहीं हैं?