दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेज गिरावट का दौर जारी है। सोमवार को अमेरिकी बाजारों में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 870 अंक यानी 2.27% गिरकर 37,443 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। शुरुआती घंटों में यह गिरावट 1,400 अंकों तक पहुंच गई थी। बीते तीन कारोबारी दिनों में डाउ जोन्स करीब 11% लुढ़क चुका है।
इसी तरह S&P 500 इंडेक्स में 1.43% यानी 72 अंकों की गिरावट है और यह 5,000 के स्तर पर आ गया है। नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स 180 अंक यानी 1.20% गिरकर 15,400 के आसपास कारोबार कर रहा है।
टेक और कंज्यूमर कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। Nvidia, Apple, Nike, Home Depot और Intel जैसी कंपनियों के शेयर 2% तक नीचे हैं।
डाउ जोन्स के टॉप लूजर स्टॉक्स
कंपनी | शेयर कीमत (USD) | गिरावट (%) |
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नाईकी (Nike) | 55.51 | 2.90% |
कोका-कोला | 67.97 | 2.71% |
होम डिपो | 344.43 | 2.63% |
J&J | 149.27 | 2.43% |
एपल (Apple) | 184.16 | 2.26% |
वैश्विक बाजारों में गिरावट का हाल
बाजार/इंडेक्स | गिरावट (%) | स्थिति |
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हैंगसेंग (हॉन्गकॉन्ग) | 13.22% | एशिया में सबसे बड़ी गिरावट |
शंघाई (चीन) | 7.34% | भारी गिरावट |
निक्केई (जापान) | 7.83% | |
कोस्पी (कोरिया) | 5.57% | |
डैक्स (जर्मनी) | 4.26% | शुरुआती घंटों में 10% तक गिरा |
FTSE 100 (UK) | 4.38% | |
IBEX 35 (स्पेन) | 5.12% | |
सेंसेक्स (भारत) | 2.95% | 73,137 पर बंद |
निफ्टी (भारत) | 3.24% | 22,161 पर बंद |
बाजार में गिरावट की 3 प्रमुख वजहें:
- ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ:
अमेरिका ने भारत पर 26%, चीन पर 34%, EU पर 20%, दक्षिण कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% तक आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। - चीन की जवाबी कार्रवाई:
चीन ने भी अमेरिका पर 34% का जवाबी टैरिफ लगाया है, जो 10 अप्रैल से प्रभावी होगा। - आर्थिक मंदी की आशंका:
टैरिफ के चलते महंगाई बढ़ सकती है, जिससे उपभोक्ता खर्च घटेगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।
अमेरिकी बाजार में चार दिनों का झटका
S&P 500 इंडेक्स का मार्केट कैप पिछले चार दिनों में 6.5 ट्रिलियन डॉलर घट चुका है।
2 अप्रैल को यह 47.681 ट्रिलियन डॉलर था, जो 8 अप्रैल तक गिरकर 41.20 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है।
ट्रम्प का बयान – “पैनिक मत करो”
अमेरिकी शेयर बाजार खुलने से पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा –
“लोग कमजोर और मूर्ख न बनें, पैनिक न करें। मजबूत और धैर्यवान बनें, यही हमें महान बनाएगा।”
हालांकि उन्होंने चीन को चेतावनी दी है कि अगर उसने अपने टैरिफ वापस नहीं लिए तो 50% अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
व्हाइट हाउस ने उन खबरों को झूठा बताया है जिनमें कहा गया था कि अमेरिका बाकी देशों पर टैरिफ लगाने से 90 दिनों का विराम लेगा। इसी खबर के बाद बाजार में थोड़ी रिकवरी देखी गई थी।
ब्लैक मंडे की चेतावनी
फाइनेंशियल विश्लेषक जिम क्रैमर ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि हालात 1987 के ‘ब्लैक मंडे’ जैसे बन सकते हैं। तब तीन दिनों की गिरावट के बाद सोमवार को अमेरिकी बाजार 22% तक गिर गया था।
पिछले 10 सालों में S&P 500 की सबसे बड़ी गिरावटें
तारीख | गिरावट (%) |
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16/03/2020 | 12.0% |
12/03/2020 | 9.5% |
09/03/2020 | 7.6% |
04/04/2025 | 5.9% |
11/06/2020 | 5.9% |
18/03/2020 | 5.2% |
11/03/2020 | 4.9% |
03/04/2025 | 4.8% |
अमेरिकी बाजारों की गिरावट का असर वैश्विक बाजारों पर भी दिखाई दे रहा है। आने वाले दिनों में निवेशकों की नजर ट्रम्प प्रशासन की नीतियों और वैश्विक व्यापार तनावों पर टिकी रहेगी।