PM के भाषण में पहली बार AI का इस्तेमाल:काशी तमिल संगमम् में बोले-तमिलनाडु से काशी आना,मतलब-महादेव के दूसरे घर आना

Front-Page National

वाराणसी:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में काशी तमिल संगमम्-2 का इनॉगरेशन किया। नमो घाट पर उन्होंने कहा कि काशी-तमिलनाडु के रिश्ते भावात्मक और रचनात्मक हैं। तमिलनाडु से काशी आने का मतलब है कि महादेव के एक घर से दूसरे घर आना। इसलिए तमिलनाडु और काशीवासियों के बीच जो प्रेम है, जो संबंध है वो अलग भी है और अद्वितीय भी है।

PM के भाषण में पहली बार AI का इस्तेमाल किया गया। दरअसल, पीएम जो भाषण दे रहे थे, वह कन्वर्ट होकर तमिल में सुनाई दे रहा था। पीएम ने कहा- मुझे विश्वास है काशी के लोग आप सभी की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ रहे होंगे। आप जब यहां से जाएंगे, तो बाबा काशी विश्वनाथ के आशीर्वाद के साथ-साथ काशी का स्वाद, काशी की संस्कृति और काशी की स्मृतियां भी ले जाएंगे।

पीएम मोदी का 9 साल में वाराणसी का यह 43वां दौरा है। वह सोमवार को भी काशी में रहेंगे।

1. सेवक के रूप में हिस्सा लेने आया हूं
छोटा कटिंग मेमोरियल मैदान में पीएम मोदी ने कहा-देश के सभी लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने के लिए समय दे रहे हैं। यहां (वाराणसी) के सांसद के नाते मेरा भी दायित्व बनता था कि मुझे भी उस कार्यक्रम में समय देना चाहिए। आज मैं सांसद और आपके सेवक के रूप में इस यात्रा में हिस्सा लेने आया हूं।

अगर हम इस समय 140 करोड़ देशवासी, इस मिजाज से भर जाएं कि अब हमें देश को आगे ले जाना है, हर किसी की जिंदगी बदलनी है। हर किसी के शक्ति का सम्मान होना चाहिए। अगर हमने आज ये बीज बो लिया तो 2047 में विकसित भारत बन जाएगा। जब भारत विकसित हो जाएगा, तब हम हर मुसीबत से मुक्त हो जाएंगे। मुसीबतों से मुक्ति का ये मार्ग है विकसित भारत के संकल्प को पूरा करना।

2. जब गरीब कहता है कि मेरे घर से गरीबी हट गई, तो बड़ी बात है
जब बैंक सामने से पैसा देता है, तब लोगों का विश्वास बढ़ जाता है कि ये बैंक मेरा है। मैं चाहता हूं कि हिंदुस्तान के हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि ये रेलवे मेरा है, अस्पताल मेरा है, ये ऑफिस अब मेरा है, ये देश मेरा है। ये भाव जब जगता है, तब देश के लिए कुछ करने की इच्छा भी जग जाती है। गरीबी हटाओ नारा देना एक बात है, जब गरीब कहता है कि मेरे घर से गरीबी हट गई, तो बड़ी बात है।

3. चार करोड़ परिवारों को मिला घर
पीएम आवास योजना है, जो जिसकी झुग्गी है,उसको मिलना चाहिए। जब से आपने मुझे काम दिया है, अब तक चार करोड़ परिवारों को उनका घर मिला चुका है। तब उसको लगता है कि मैंने कितना बड़ा काम किया है। बहुत कम लोग हैं तो इसकी ताकत समझते हैं।’

4. भारत एक राष्ट्र के तौर पर आध्यात्मिक आस्थाओं से बना है
नमो घाट पर पीएम ने कहा- दुनिया के दूसरे देशों में राष्ट्र एक राजनीतिक परिभाषा रही है। मगर भारत एक राष्ट्र के तौर पर आध्यात्मिक आस्थाओं से बना है। भारत को एक बनाया है आदि शंकराचार्य और रामानुजाचार्य जैसे संतों ने, जिन्होंने अपनी यात्राओं से भारत की राष्ट्रीय चेतना को जगाया।

पिछले साल काशी तमिल संगमम् शुरू होने के बाद से ही इस यात्रा में दिनों-दिन लाखों लोग जुड़ते जा रहे हैं। विभिन्न मठों के धर्मगुरु, छात्र, तमाम कलाकारों को इस संगमम् से आपसी संवाद और संपर्क का एक प्रभावी मंच मिला है। मुझे खुशी है कि इस संगमम् को सफल बनाने के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और IIT मद्रास भी साथ आए हैं।

5. G-20 में दुनिया भारत की विविधता को देखकर चकित थी
आप दुनिया की कोई भी सभ्यता देख लीजिए, विविधता में आत्मीयता का ऐसा सहज और श्रेष्ठ स्वरूप आपको शायद ही कहीं मिलेगा। अभी हाल ही में G-20 समिट के दौरान भी दुनिया भारत की इस विविधता को देखकर चकित थी।

‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की ये भावना उस समय भी नजर आई, जब हमने संसद के नए भवन में प्रवेश किया। नए संसद भवन में पवित्र सेंगोल की स्थापना की गई है। आदीनम् के संतों के मार्गदर्शन में यही सेंगोल 1947 में सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का यही प्रवाह है, जो आज हमारे राष्ट्र की आत्मा को सींच रहा है।

जब उत्तर में आक्रांताओं द्वारा हमारी आस्था के केंद्रों पर, काशी पर आक्रमण हो रहे थे, तब राजा पराक्रम पांडियन् ने तेनकाशी और शिवकाशी में ये कहकर मंदिरों का निर्माण कराया कि काशी को मिटाया नहीं जा सकता।

आज दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर पीएम का विशेष विमान बाबतपुर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। यहां सीएम योगी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम का काफिला रोड शो की शक्ल में एयरपोर्ट से 24 किलोमीटर दूर छोटा कटिंग मेमोरियल मैदान पहुंचा। इस दौरान पीएम के काफिले ने एम्बुलेंस को रास्ता भी दिया।

दरअसल, काफिले के पीछे-पीछे एम्बुलेंस चल रही थी, तभी टेल कार (काफिले के पीछे की सबसे बड़ी गाड़ी) ने मैसेज पास किया। इसके बाद एम्बुलेंस को पास दिया गया।

एयरपोर्ट से छोटा कटिंग मेमोरियल तक रास्ते में हजारों लोग खड़े रहे। जगह-जगह फूल बरसाकर वेलकम किया। भीड़ ने जयश्री राम और हर-हर महादेव के नारे लगाए। इसके बाद, पीएम ने छोटा कटिंग मेमोरियल मैदान में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। योजना को लेकर महिलाओं से बात की। यहां करीब डेढ़ घंटे तक रहे।

छोटा कटिंग मेमोरियल मैदान से नमो घाट पहुंचे। यहां सीएम योगी ने वाराणसी के गुलाबी मीनाकारी से बने स्मृति चिह्न को देकर उनका स्वागत किया। यहां काशी के विद्वानों ने वेद मंत्र का पाठ किया। इसके बाद तमिल के सुप्रसिद्ध गायक श्रीराम ने प्रस्तुति दी।

20 साल में बनकर तैयार हुए स्वर्वेद मंदिर का करेंगे लोकार्पण
18 सितंबर को प्रधानमंत्री स्वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। इसका लोकार्पण करके लोगों से संवाद करेंगे। इस दौरान 25000 कुंडी स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होगा। इसमें मंदिर से जुड़े तीन लाख श्रद्धालु शिरकत करेंगे। कार्यक्रम में बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बंगाल, असम, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश प्रांतों के अलावा इटली, जर्मनी, कनाडा, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया अमेरिका देशों से शामिल होंगे

7 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे पीएम
पीएम मोदी कल काशी में 19 हजार 155 करोड़ रुपए की 37 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें 12578.91 करोड़ की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण, जबकि 6575.61 करोड़ के 14 प्रोजेक्ट का शुभारंभ शामिल है।