जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की ओर से न्यू सांगानेर रोड के रजत पथ से अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। आज रजत पथ से पटेल मार्ग लगभग 2 किलोमीटर क्षेत्र में 130 ज्यादा अवैध निर्माण हटाए जाएंगे। इसमें 85 दुकानें और 20 मैरिज गार्डन हैं।
न्यू सांगानेर रोड पर एसएफएस चौराहे के पास उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का परिवार अपने स्तर पर ही अवैध निर्माण हटा रहा है। इसकी शुरुआत फार्म हाउस में बने अस्थाई कमरे को हटाकर की गई है। बुधवार को पहले दिन जेडीए की टीम ने कुल 120 अवैध निर्माण हटाए थे। कार्रवाई को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस जाता मौके पर तैनात किया गया है।
याचिकाकर्ता बोले- कोर्ट की आड में मनमानी कर रहा जेडीए
स्टे को लेकर कोर्ट ने कहा था- याचिकाकर्ताओं की निजी जमीन पर बने निर्माण को नहीं तोड़ा जाए। इसमें याचिकाकर्ताओं का कहना था कि हाईकोर्ट के आदेश की आड़ में जेडीए मनमानी कार्रवाई कर रहा है। कोर्ट ने सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए कहा था, लेकिन जेडीए खातेदारी की जमीन पर भी कार्रवाई कर रहा है।
इधर, जेडीए की ओर से कहा गया था कि हाईकोर्ट के आदेश हैं कि मास्टर प्लान की पालना हर हाल में होनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में विस्तृत सुनवाई की आवश्यकता है। लेकिन यह वेकेशन बेंच है। अतिक्रमण हटाने का आदेश डिवीजन बेंच का है। ऐसे में इस मामले की सुनवाई रूटीन कोर्ट में 5 जुलाई को रखी जा रही है। अगली तारीख तक जेडीए याचिकाकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा।
JDA 200 फीट चौड़ी करेगा सड़क
जेडीए अधिकारियों के अनुसार हाउसिंग बोर्ड की बाउंड्री से सड़क को 200 फीट चौड़ी की जाएगी। वर्तमान में इस सड़क की चौड़ाई 150 से 160 फीट ही है। ऐसे में जेडीए की टीम सेक्टर रोड पर पिछले कुछ सालों में हुए 40 से 50 फीट तक अतिक्रमण को हटाएगी, जिसमें कुल 690 निर्माण आ रहे हैं। इनमें भी 15 से अधिक रेस्टोरेंट, 5 मैरिज गार्डन, 5 फार्म हाउस समेत 500 से ज्यादा दुकानें शामिल हैं।
कार्रवाई से 5 दिन पहले नोटिस जारी किए गए थे
जेडीए के उपायुक्त सुनील शर्मा ने बताया कि अवैध निर्माण के खिलाफ जेडीए की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में अब न्यू सांगानेर रोड से अवैध निर्माण को हटाया जा रहा है। इससे पहले अतिक्रमियों को नोटिस जारी कर स्वयं के स्तर पर अतिक्रमण हटाने के लिए 5 दिन का वक्त दिया था। जिन्होंने इस अवधि में निर्माण नहीं हटाए हैं, जेडीए की ओर से ऐसे निर्माण को हटाया जा रहा है।