रामपुर/मैनपुरी :- UP की मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर, खतौली विधानसभा सीट पर वोटिंग जारी है। दोपहर 3 बजे तक मैनपुरी में 44.13%, रामपुर में 26.32% और खतौली में 40.20% तक मतदान हुआ है। वोटिंग के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पुलिस लोगों को वोट डालने नहीं दे रही हैं। इसके बावजूद चुनाव आयोग आंखें मूंदे बैठा है।
इस चुनाव को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है। एक तरफ मैनपुरी सीट का रिजल्ट देश की राजनीति में अखिलेश का राजनीतिक कद तय करेगा, तो दूसरी तरफ रामपुर सीट आजम खान के परिवार की राजनीति का भविष्य तय करेगी। वहीं, मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर भाजपा अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहती है।
बहरहाल, इन तीनों सीट का रिजल्ट 8 दिसंबर को आएगा, लेकिन राजनीतिक जानकार बताते हैं कि तीनों ही जगह कांटे की टक्कर है।
- आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने कहा कि रामपुर उपचुनाव नहीं हो रहा बल्कि धांधली की जा रही है। पुलिस प्रशासन द्वारा जुल्म किया जा रहा है। मारपीट की जा रही है। वोटरों को धमकाया, पीटा जा रहा है। बूथों पर जाने नहीं दिया जा रहा है। गली- मोहल्लों में बैरिकेडिंग लगाए गए हैं। वोटरों को वोट डालने नही दिया जा रहा है।
- अब्दुल्ला आजम ने कहा-हमने तो पहले भी कहा था कि सर्टिफिकेट भाजपा के कैंडिडेट को वैसे ही दे दें। पुलिस वगैरह लगाकर प्रशासन इतना पैसा क्यों खर्च कर रहा है। क्यों बर्बाद कर रहे हैं।
- रामपुर में वोटिंग के दौरान शौकत अली मार्ग पर स्थित पोलिंग बूथ पर सपाइयों के बिस्तर पर हुई तोड़फोड़ हो गई। सपा कार्यकर्ताओं ने भाजपाइयों पर पोलिंग बूथ के बाहर तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। प्रशासन के अफसरों से सपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई न होती देख हंगामा कर दिया।
- मैनपुरी में भोगांव विधानसभा क्षेत्र के मोहल्ला पथरिया में बूथ संख्या 250 पर भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा पैसे बांटने का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में जहां पैसे बांटे जा रहे हैं। उसके पीछे भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य का बैनर भी लगा हुआ है। दैनिक भास्कर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
- 11 बजे तक मैनपुरी में 18.72%, रामपुर में 11.30% और खतौली में 20.70% तक मतदान हुआ है।
- बीजेपी के 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा ज्ञापन। कहा- रामपुर में सपा प्रत्याशी का प्रदर्शन सिर्फ सहानुभूति लेने के लिए किया गया। समाजवादी पार्टी अपने गुंडों और अराजक तत्वों के साथ मिलकर चुनाव में गड़बड़ी कर रही है।
- अखिलेश ने कहा-चुनाव में जीत का मार्जिन ज्यादा ही होगा। महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। हम लोगों को भी चाहिए कि महिलाओं को बढ़ावा मिले।
- तीन दिन से फोर्स हमारे कार्यकर्ताओं को पकड़ रही थी। यह लोग डरे नहीं। आज एजेंट बनकर वोट डलवा रहे हैं। चुनाव आयोग शिकायतों को नजर अंदाज कर रहा है। चुनाव आयोग आंख मूंद कर काम कर रहा है।
- जो वीडियो आ रहे हैं। उसमें पुलिस आईडी चेक की जा रही है। रामपुर से जो फोटो वीडियो आ रहे हैं। उसमें पुलिस लोगों को वापस कर रही है। नाम पूछे जा रहे हैं। मैं यह जानना चाहता हूं कि जो बाहर की फोर्स आ रही है। उसे किस तरह की ब्रीफिंग की जा रही है।
- कई लोगों को गांव से नहीं निकलने दिया जा रहा है। जब डीएम को फोन मिलाया गया तो वह अपना फोन चपरासी को दे दिया। लेकिन मैं जानता हूं कि यह मैनुपरी का चुनाव है। यहां से राजनीति कर वह ऊंचाइयों तक पहुंचे। जो भी यहां काम हुआ वह नेता जी ने कराया है।
- भाजपा को यहां प्रत्याशी नहीं मिला। इसीलिए बाहर का प्रत्याशी उतारा है। मैं कहना चाहता हूं कि जनता सपा और नेता जी के साथ है। मुझे खुशी है कि हर वर्ग के लोग सपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं।
- अखिलेश यादव ने कहा कि आज का मतदान नेता जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। जबसे चुनाव शुरू हुआ है। प्रशासन पता नहीं किसके इशारे पर काम कर रहा है। जब हम नॉमिनेशन करने जा रहे थे तो हमारी गाड़ी को रोका गया। पुलिस को बोला गया है कि समाजवादी पार्टी को वोट नहीं पड़ने देना है। सुबह से ही शिकायतें आ रही है। केवल मैनपुरी में ही नहीं बल्कि रामपुर में भी यही हाल है। समाजवादियों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा।
- रामपुर में आजम खान के विरोधी पूर्व कांग्रेसी नेता नवाब काजिम अली उर्फ नावेद मियां ने कहा कि आजम अब राजनीति से संन्यास लें और अपने वतन नहटौर लौट जाए। नवेद मियां ने कहा कि रामपुर में प्रशासन निष्पक्ष चुनाव करा रहा है।
- अखिलेश यादव के चचेरे भाई और इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव ने कहा कि तीन दिन पहले ही पता लग गया था कि भाजपा चुनाव हार रही है। इसीलिए उसने अपनी बी टीम प्रशासन को जनता को डराने में लगा दिया। इस बार डिंपल यादव को मैनपुरी की जनता चुनाव लड़ा रही है। तीन गुना वोटों से वह जीतेंगी।
- डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट किया है, “सपा हार के डर से उपचुनाव वाली तीनों सीटों पर गुंडागर्दी और प्रशासन के दुरूपयोग का दुष्प्रचार कर रही है! चुनाव आयोग बूथ क़ब्ज़ा एवं फ़र्ज़ी मतदान रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे।
- मैनपुरी में सुबह 9 बजे तक 5.5%, खतौली में 6.9%, रामपुर में 3.97% मतदान हुआ है।
- रामपुर के दनियापुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पत्नी के साथ वोट डाला।
- पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब होगा। डिंपल बड़े अंतर से जीत दर्ज करेंगी।
- भाजपा ने ट्वीट कर आरोप लगा है कि मैनपुरी के भोगांव विधानसभा के बूथ संख्या 424 पर दबंगों द्वारा मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है।
- यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा, “लोकतंत्र का पर्व मनाएं, 5 दिसंबर को कमल का बटन दबाएं। आगामी 5 दिसंबर 2022 को मैनपुरी लोकसभा, खतौली एवं रामपुर विधानसभा के उपचुनाव में बढ़- चढ़कर करें मतदान एवं अपने-अपने बूथ पर जाकर दबाएं कमल का निशान।”
- इटावा में मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने वोट डाला। उन्होंने कहा हमारी पार्टी जिस प्रकार से जीतते आ रही है वैसे ही जीतेगी। आम चुनाव में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को जितने वोट मिलते थे, उससे तीन गुना ज्यादा वोट से सपा प्रत्याशी डिंपल जीतेंगी।
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा है, “मैनपुरी लोकसभा, रामपुर व खतौली विधानसभा क्षेत्र के मतदाता भाइयो-बहनो। सुरक्षा, विकास व सुशासन के लिए आज मतदान अवश्य करें। हर वोट अमूल्य है। पहले मतदान-फिर जलपान।”
- रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने कहा कि आजम खान की पत्नी उनकी मां के समान हैं, उन्हें आशीर्वाद दें।
- मुलायम के छोटे भाई व पूर्व सांसद बदायूं धर्मेंद्र यादव के पिता अभय राम सिंह यादव ने मतदान किया। अभ्याराम ने कहा कि बहू डिंपल 3 लाख से अधिक वोट से जीतेंगी।
- मैनपुरी के जसवंत नगर विधानसभा के ताखा के नगरिया खनांबांध में EVM में तकनीकी खराबी आने से लगभग आधा घंटे तक मतदान रुका।
- खतौली-मंसूरपुर में 150 नंबर बूथ पर EVM खराब होने से मतदान रुका।
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
- मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के तहत जिले के 1756 मतदेय स्थलों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मोकपोल के बाद मतदान शुरू कराया गया।
शिवपाल बोले- तरक्की, खुशहाली व मैनपुरी के विकास के लिए वोट जरूर डालें
शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर लिखा, “मैं आप सभी मैनपुरी लोकसभा के मतदाताओं से मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव -2022 में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील करता हूं। आपका हर एक मत, लोकतंत्र की ताकत है। तरक्की, खुशहाली व मैनपुरी के सर्वांगीण विकास के लिए आज अपना वोट डालने जरूर जाएं।”
आजम का आरोप- पुलिस ने धमकाया, लोग कर रहे पलायन
आजम खान ने कहा, “बर्बरता की जा रही है, लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, पीटा जा रहा है। पुलिस मोहल्लों में जाकर कह रही कि वोट मत डालना। एक मोहल्ले में पुलिस ने इतना धमकाया कि लोगों ने घरों में ताला लगाकर पलायन किया। हर जगह कहा जा रहा कि वोट डालने मत जाना।”
आपको मैनपुरी लोकसभा सीट के बारे में बताते हैं।
यादव वोट तय करते हैं मैनपुरी का भविष्य
मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है। मुलायम यहां से 2019 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे। मैनपुरी सीट पर मुलायम की बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही है तो भाजपा ने कभी मुलायम के करीबी रहे रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है।
दरअसल, मैनपुरी में यादव वोट बड़ी संख्या में हैं। जबकि उसके बाद शाक्य वोट हैं। मैनपरी सीट पर लगभग 17 लाख वोटर हैं। इनमें तकरीबन 4.30 लाख वोटर यादव हैं। इसके बाद 2.90 लाख शाक्य वोटर हैं। साथ ही यहां 1.80 लाख दलित वोटर हैं। चुनावी मैदान से बसपा गायब है। राजनीतिक पंडित मानते हैं कि यह वोट अगर भाजपा के साथ आ गए तो मैनपुरी में यादव परिवार का वर्चस्व खत्म हाे सकता है।
सपा को डिंपल पर है भरोसा
मुलायम के निधन के बाद सुर्खियों में था कि मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव या धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन एन वक्त पर अखिलेश यादव ने अपना फैसला बदल कर डिंपल यादव को चुनाव में उतारा। दरअसल, इसके पीछे कई कारण राजनीतिक जानकार बताते हैं।
- अखिलेश यादव खुद उत्तर प्रदेश पर ही फोकस रखना चाहते हैं। वह करहल को छोड़ लोकसभा नहीं जाना चाहते।
- अखिलेश ने डिंपल का चयन इसलिए किया कि यह सीट मुलायम के परिवार के पास ही रहे। क्योंकि बीते सालों से शिवपाल से राजनीतिक विवाद चल रहा है। ऐसे में वे डिंपल से ज्यादा किसी और पर भरोसा नहीं कर सकते।
- डिंपल सीधे मुलायम की बहू हैं, ऐसे में जितनी संवेदना और सहानुभूति का लाभ डिंपल को मिलेगा शायद किसी और प्रत्याशी को न मिले।
- मुलायम पिछली बार यह सीट कम अंतर से जीते थे। ऐसे में डिंपल के आने से महिलाओं का समर्थन बढ़ेगा। अखिलेश का करहल विधानसभा से विधायक होने का फायदा मिलेगा।
- इस फैसले से परिवार में इस सीट को लेकर तेज प्रताप, धर्मेंद्र यादव और शिवपाल के बीच चल रही रेस को भी विराम दे दिया है।
पिछले लोकसभा में बढ़े वोट प्रतिशत से उत्साहित है भाजपा
मैनपुरी लोकसभा सीट पर यादव परिवार का 1996 से कब्जा है। कहा जाता है कि मुलायम जब से राजनीति में आए हैं तब से ही मैनपुरी में उनके ही समर्थन से कैंडिडेट जीतता रहा है। भाजपा चाह कर भी लोकसभा चुनावों में सपा का वर्चस्व खत्म नहीं कर पा रही है।
- अब बात रामपुर विधानसभा चुनावों की
आजम खान की विधानसभा सदस्यता खत्म हाेने के बाद रामपुर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव में आजम खान के परिवार का कोई सदस्य मैदान में नहीं है लेकिन आजम खान के करीबी आसिम रजा जरूर चुनाव में हैं। आसिम रजा रामपुर लोकसभा का उपचुनाव भाजपा से हार चुके हैं। जानकार कहते हैं कि इस चुनाव में आसिम रजा से ज्यादा आजम खान एक्टिव हैं। वह किसी भी कीमत में इस सीट को भाजपा की झोली में नहीं डालना चाहते हैं। दरअसल, इस सीट की जीत से ही उनका राजनीतिक अस्तित्व बचा रहेगा। वहीं आसिम रजा के मुकाबले में आजम को जेल भिजवाने और उनके राजनीतिक कैरियर पर ब्रेक लगाने वाले भाजपा नेता आकाश सक्सेना मैदान में हैं।
भाजपा के लिए मैनपुरी से मुश्किल है रामपुर विधानसभा सीट
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि भाजपा के लिए मैनपुरी लोकसभा सीट से ज्यादा रामपुर विधानसभा सीट निकालना है। दरअसल, जब से रामपुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई है तब से यहां मुस्लिम कैंडिडेट चुनाव जीतता आ रहा है। आजम खान खुद यहां से दस बार विधायक रह चुके हैं। जबकि रामपुर विधानसभा सीट पर भाजपा एक जीत को तरसती आ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण मुस्लिम वोट बैंक है। जोकि समाजवादी पार्टी के साथ है।
रामपुर विधानसभा सीट पर कुल वोटरों की संख्या 3,87,385 है। इनमें 80 हजार वोटर मुस्लिम हैं। यही वजह है कि यहां मुस्लिम कैंडिडेट ही हर बार जीतता आ रहा है। इसी वोट बैंक को रिझाने के लिए रामपुर चुनाव प्रचार में कभी आजम रो दिए तो कभी उन्हें हाथ फैलाना पड़ा।
भाजपा खेल रही है हिंदू कार्ड
2019 में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर किसान नेता टिकैत और रालोद-सपा के कैंडिडेट अजीत सिंह की पूरी ताकत लगाने के बाद भी यह सीट भाजपा के संजीव बालियान के खाते में गई थी। सामने लोकसभा चुनाव है। उससे पहले खतौली की सीट भाजपा जीत कर पश्चिमी यूपी में एक संदेश देना चाहती है। यही वजह है कि भाजपा यहां मुजफ्फरनगर दंगों का भी जिक्र चुनाव प्रचार में करती रही है। वहीं दलित वोटरों पर भी उसकी नजर रही है। कुल मिलाकर एक बार फिर खतौली सीट पर हिंदू कार्ड के जरिए भाजपा कब्जा करना चाहती है।