Jaipur : राजस्थान धोरों की धरती है जहाँ रेगिस्तान में टीले अपनी जगह रातों रात बदल लेते हैं. ऐसी ही स्थिति यहाँ की राजनीति की हो रही है कुछ महीनों से. कांग्रेस जहाँ अभी तक यही सोच नहीं पाई है कि स्ट्राइकिंग साइड पर कौन खड़ा होगा और कौन रनर साइड में , भाजपा में हालात बदलते लग रहे हैं. देव दर्शनों के बाद भूतपूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अब जनसम्पर्क में सक्रिय हो गई हैं. आज सुबह जयपुर के सेंट्रल पार्क में जब लोगों ने उन्हें यकायक देखा तो विश्वास ही नहीं हुआ कि राजे सेंट्रल पार्क में वॉक करने आई हैं. जयपुर का यह सेंट्रल पार्क वैसे तो राजनेताओं और नौकरशाहों से गुलजार रहता है लेकिन राजे को इस तरह से वॉक करने के लिए आते देखना जयपुरवासियों के लिए नया था. राजे की इस सक्रियता ने कई संकेतों को जन्म दे दिया है.
भाजपा की तरफ से कौन मुख्यमंत्री पद का चेहरा होगा यह यक्ष प्रश्न है और पार्टी सार्वजनिक रूप से यही लाइन लेती है कि वो प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी. लेकिन अंदरखाने चर्चा होनी स्वाभाविक है कि क्या दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तीसरी बार भी चेहरा होंगी. कांग्रेस अभी अनिश्चितता के दौरे से गुजर रही है लेकिन इसी बीच एक साल बाद होने विधानसभा चनाव के लिए भाजपा तैयारी शुरू कर चुकी है. वसुंधरा राजे की इस सक्रियता को यह माना जा रहा है कि राजे अपनी उपस्थिति प्रदेश की राजनीति में दिखाना चाहती हैं क्योंकि अक्सर ऐसे आरोप लगते हैं कि वो विपक्ष में रहते हुए बहुत अधिक सक्रिय नहीं रहती हैं और चुनाव से थोड़ा पहले ही वापसी सकती हैं. भाजपा में चल रही खेमेबाजी और शीत युद्ध के बीच राजे का सक्रिय होना भाजपा के आलाकमान को संकेत देता है कि पिक्चर अभी बाकी है.