ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि मंदिर हमें मुस्लिम भाईचारे से दे दें तो हम अन्य मंदिरों की ओर नहीं देखेंगे: गोविंद देव गिरि महाराज 

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New Delhi : श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा है कि अयोध्या के बाद अगर ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि मंदिर हमें मुस्लिम भाईचारे से दे दें तो हम अन्य मंदिरों की ओर नहीं देखेंगे। हमें भविष्य में रहना है, अतीत में नहीं। देश का भविष्य होना चाहिए, अतीत नहीं।

गोविंद देव गिरि ने कहा- मैं मुस्लिमों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। ये आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए थे। विदेशी हमलों में 3500 हिंदू मंदिर तोड़े गए। हमारे ऊपर ये सबसे बड़े दाग हैं। लोगों को दुख है। अगर वे इस दुख को भाईचारे के साथ खत्म कर देते हैं तो भाईचारा बढ़ाने में मदद मिलेगी।

पुणे के आलंदी में उन्होंने कहा- हमने राम मंदिर का शांतिपूर्ण समाधान ढूंढ़ लिया। अब क्योंकि ऐसा युग शुरू हो गया है, तो हमें उम्मीद है कि अन्य मुद्दे भी शांतिपूर्ण तरीके से हल हो जाएंगे। मुस्लिम समुदाय के लोग शेष दो मंदिरों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ लोग इसका विरोध करते हैं।