पानीपत:-भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने आंदोलन खत्म कर दिया है। महिला पहलवान साक्षी मालिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने रविवार देर रात ऐलान किया। इनका कहना है कि अब अपनी लड़ाई सड़क पर नहीं, अदालत में लड़ी जाएगी। ये तब तक जारी रहेगी, जब तक न्याय नहीं मिल जाता।
पहलवानों ने कहा- सरकार ने जो वादे किए हैं, उस पर अमल होने का इंतजार रहेगा
साक्षी ने लिखा, सरकार के साथ 7 जून को बातचीत हुई। सरकार ने पहलवानों के साथ किए वादे पर अमल करते हुए महिला कुश्ती खिलाड़ियों की और से महिला उत्पीड़न और यौन शोषण के संबंध में की गई शिकायतों पर FIR दर्ज की।
दिल्ली पुलिस ने जांच पूरी करके 15 जून को कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। इस केस में पहलवानों की कानूनी लड़ाई सड़क की जगह कोर्ट में जारी रहेगी। कुश्ती संघ के सुधार के संबंध में नई कुश्ती संघ के चुनाव की प्रक्रिया वादे के अनुसार शुरू हो गई है। चुनाव 11 जुलाई को होना तय है। सरकार ने जो वादे किए हैं, उस पर अमल होने का इंतजार रहेगा।
विनेश बुडापेस्ट प्रतियोगिता में भाग लेंगी, 10 महीने बात वापसी करेंगी
विनेश फोगाट अगले महीने बुडापेस्ट में पॉलीक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल प्रतियोगिता में भाग लेंगी। विनेश को उनकी पसंद के कोच और फिजियो भी दिए गए हैं। बुडापेस्ट इवेंट कुश्ती साल की चौथी और आखिरी रैंकिंग सीरीज है। एडहॉक कमेटी और सरकार के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में विनेश के नाम को मंजूरी दी गई, जिससे 10 महीने बाद अब उनकी मैट पर वापसी हो रही है।
एशियाई खेल और विश्व चैंपियनशिप मुख्य टारगेट, ट्रायल में छूट
एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप पर भारत की नजर हमेशा से रहती है। इसी वजह से भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) के एडहॉक पैनल ने 6 आंदोलनकारी पहलवानों के लिए आगामी एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया को सिर्फ एक मुकाबले की प्रतियोगिता कर दिया है। इन पहलवानों को इन दोनों प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सिर्फ ट्रायल के विजेताओं को हराने की जरूरत होगी।
छह पहलवानों विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को न सिर्फ शुरुआती ट्रायल में हिस्सा लेने से छूट मिली है, बल्कि उन्हें वादा किया गया है कि वे 5 से 15 अगस्त के बीच ट्रायल के विजेताओं से भिड़ेंगे।
5 महीने तक चली लड़ाई, बृजभूषण शरण पर दो FIR
पहलवान पांच महीनों से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है। पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ दो FIR दर्ज कीं।
पहली FIR बालिग पहलवानों की शिकायत पर दर्ज की गई थी। जिसमें यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में 15 जून को 1500 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी। अब इस मामले में 27 जून को MP-MLA कोर्ट में सुनवाई होगी।
दूसरी FIR नाबालिग पहलवान की शिकायत पर दर्ज की गई। हालांकि, बाद में नाबालिग पहलवान ने FIR में लगाए गए अपने सभी आरोपों को वापस ले लिया। इसके बाद, 15 जून को दिल्ली पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर नाबालिग पहलवान का केस बंद करने के लिए अपील की। कोर्ट में इस पर सुनवाई होनी है।
अब पढ़िए जनवरी महीने से लेकर जून तक क्या-क्या हुआ?
- 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई।
- 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि बृजभूषण की गिरफ्तारी तक धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई। झड़प में पहलवान राकेश यादव व विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत और 5 पुलिस वाले घायल हुए।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर हरियाणा, यूपी, राजस्थान और पंजाब की खापों की महापंचायत हुई। इसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।
- 21 मई को फिर महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 28 मई को वे धरना स्थल से नए संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
- 28 मई को पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत के लिए जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
- 29 मई को सारा दिन पहलवान घर पर रहे और मेडल गंगा में बहाने व इंडिया गेट पर आमरण अनशन का फैसला किया।
- 30 मई को पहलवान हरिद्वार हर की पौड़ी में मेडल बहाने गए। जहां किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर उन्होंने फैसला टाल दिया।
- 31 मई को न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं है। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके इसका खंडन किया और कहा- जांच जारी है। बाद में दिल्ली पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
- 2 जून को कुरुक्षेत्र में महापंचायत हुई। इसमें 9 जून तक बृजभूषण को गिरफ्तार करने लिए अल्टीमेटम दिया गया।
- 3 जून को दिल्ली पुलिस को इस मामले में 4 गवाह मिले हैं, जिन्होंने बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। इनमें एक-एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी और स्टेट लेवल कोच शामिल है।
- 4 जून को पता चला कि पहलवानों की गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग हुई।
- 5 जून को विनेश, साक्षी और बजरंग ने रेलवे में ड्यूटी जॉइन कर ली। हालांकि साक्षी ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।
- 6 जून को अमित शाह से मीटिंग का पता चलने पर किसानों और खाप ने 9 जून को जंतर-मंतर पर अपना प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
- 7 जून को रेसलर्स खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने पहुंचे थे। यह बैठक 6 घंटे चली थी।
- 9 जून को एक महिला पहलवान को दिल्ली पुलिस सीन-रिक्रिएट के लिए बृजभूषण के कार्यायल लेकर गई थी।
- 10 जून को दिल्ली पुलिस ने पहलवानों ने लगाए गए आरोपों के ऑडियो-वीडियो समेत अन्य सबूत मांगे।
- 11 जून को KMP पर किसान मजदूर एवं खापों की केएमपी पर महापंचायत हुई और इसमें दिल्ली में हरियाणा से होनी वाली फल-सब्जी सप्लाई बंद का ऐलान किया।
- 12 जून को WFI चुनावों की 4 जुलाई की घोषणा हुई व बृजभूषण के खिलाफ बयान देने वाले रेफरी समेत 3 को हटाया गया था।
- 15 जून को बृजभूषण के खिलाफ बालिग पहलवान केस में चार्जशीट और नाबालिग पहलवान केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई।
- 16 जून को बृजभूषण के दिल्ली आवास में कोई संदिग्ध घुसा। नाबालिग पहलवान के दादा ने कहा- हमारी बच्ची को मोहरा बनाया गया।
- 17 जून को साक्षी मलिक ने खुलासा किया कि बीजेपी नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने धरना देने के लिए मोटिवेट किया और परमिशन भी दिलवाई।
- 18 जून को बबीता फोगाट ने सफाई दी, कहा- साक्षी मलिक झूठ बोल रही, वे कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी।
- 21 जून को विनेश फोगाट को बुडापेस्ट प्रतियोगिता खेलने के लिए परमिशन के साथ-साथ मनपसंद कोच-फिजियोथेरेपिस्ट मिला।
- 22 जून को बृजभूषण केस MP-MLA कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया गया। साथ ही 6 प्रदर्शनकारी रेसलर्स को IOA की एडहॉक कमेटी ने ट्रायल में छूट दी।
- 23 जून को योगेश्वर दत्त ने ट्रायल में छूट का विरोध किया और सभी पहलवानों ने इसके बारे में हाईकमान को शिकायत करने की सलाह दी।
- 24 जून को विनेश-साक्षी और बजरंग ने आंदोलन खत्म न होने की बात कही। कहा कि चार्जशीट की कॉपी का इंतजार है। बृजभूषण को जेल भिजवाकर रहेंगे। ट्रायल में छूट नहीं मांगी है।
- 25 जून को गुवाहटी हाईकोर्ट ने WFI के चुनावों पर असम कुश्ती एसोसिएशन की याचिका पर स्टे लगा दिया।