जयपुर में शनिवार को बेरोजगारी और नशे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई। मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे पहले, शहीद स्मारक पर हुए प्रदर्शन में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
क्या है मामला?
यूथ कांग्रेस ने बेरोजगारी और युवाओं में बढ़ते नशे की आदतों के खिलाफ ‘नौकरी दो-नशा नहीं’ अभियान के तहत यह प्रदर्शन आयोजित किया। प्रदर्शन सुबह 11 बजे शहीद स्मारक से शुरू हुआ, जहां बड़ी संख्या में युवा इकट्ठा हुए। प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि यह अभियान राजस्थान सहित पूरे देश में चलाया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारें युवाओं को रोजगार देने में असफल रही हैं। पूनिया ने कहा, “देश और राज्य में युवा वर्ग को ठगा जा रहा है। उन्हें नौकरी के बदले नशे की ओर धकेला जा रहा है। यह प्रदर्शन इसी दोहरे संकट के खिलाफ है।”
सीएम आवास घेरने की कोशिश, पुलिस का लाठीचार्ज
प्रदर्शनकारी जब मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान स्थिति बिगड़ गई, और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। झड़प में कुछ प्रदर्शनकारियों को हल्की चोटें भी आईं।
सचिन पायलट और डोटासरा का समर्थन
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदर्शन में हिस्सा लेकर युवाओं का समर्थन किया। पायलट ने कहा कि सरकार को युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने बेरोजगारी और नशे को युवाओं का सबसे बड़ा दुश्मन बताया।
‘नौकरी दो-नशा नहीं’ अभियान का उद्देश्य
यूथ कांग्रेस के इस अभियान का उद्देश्य बेरोजगारी और युवाओं में नशे की बढ़ती लत के प्रति जागरूकता फैलाना है। पूनिया ने कहा कि नशा युवाओं के भविष्य को बर्बाद कर रहा है, और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह नौकरी देकर युवाओं को सही दिशा दे।
जयपुर में प्रदर्शन क्यों अहम?
राजस्थान में युवाओं के बीच बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। हाल के वर्षों में राज्य में नशे का प्रचलन भी बढ़ा है। जयपुर में आयोजित यह प्रदर्शन न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं की समस्याओं को उजागर करने का प्रयास है।
सरकार का रुख
इस मुद्दे पर राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले भी युवाओं को रोजगार देने के लिए अपनी योजनाओं की वकालत कर चुके हैं।
निष्कर्ष
यूथ कांग्रेस का यह प्रदर्शन युवाओं के बीच बढ़ती हताशा और सरकारी नीतियों के प्रति असंतोष का प्रतीक है। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें इस बात की ओर इशारा करती हैं कि इन मुद्दों पर चर्चा और समाधान की तत्काल आवश्यकता है।