26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस के फ्लाई-पास्ट में भारतीय एयरफोर्स के 51 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। इनमें 29 फाइटर प्लेन, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 9 हेलिकॉप्टर और एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट शामिल होगा। इन्हें 6 अलग-अलग बेस से ऑपरेट किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और 9 मंत्रालयों और विभागों की 25 झांकियां शामिल होंगी। इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना का नाम है।
इनके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, एविएशन और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र (CSIR), निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) मंत्रालय की झांकियां नजर आएंगी।
ISRO की झांकी में चंद्रयान-3 सबसे प्रमुख हाई लाइट होगी। इस झांकी में चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग, चंद्रमा के साउथ पोल पर उसकी सफल लैंडिंग और चंद्रयान-3 के लैंडिंग पॉइंट ‘शिव शक्ति पॉइंट’ को भी दिखाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की झांकी में सबसे आगे भगवान राम होंगे। 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस झांकी का महत्व बढ़ गया है। इसके अलावा इस झांकी में मेरठ रैपिड रेल और ब्रह्मोस मिसाइल को शामिल किया गया है, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार नेक्स्ट जेनरेशन ब्रह्मोस मिसाइल की मैन्युफैक्चरिंग के लिए राज्य में एक प्लांट डेवलप कर रही है।
फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी परेड में शामिल होगी
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस बार परेड में फ्रांसीसी सेना की 95 जवानों वाली मार्चिंग कंटीजेंट, 33 जवानों का बैंड और फ्रांसीसी वायुसेना के राफेल जेट और मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। शनिवार को इन सभी ने परेड की रिहर्सल की। परेड में इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों शामिल हो रहे हैं।
भारतीय सेना भी 14 जुलाई 2023 को फ्रांस की बैस्टिल डे परेड में शामिल हुई थी। जिसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव ने किया था। बैस्टिल डे परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
IT मंत्रालय की झांकी में AI आधारित टेक्नोलॉजी दिखाई जाएगी, जम्मू की झांकी में केसर की खेती दिखेगी
इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय की झांकी में AI आधारित टेक्नोलॉजी दिखाई जाएगी। मंत्रालय के डायरेक्टर जेएल गुप्ता ने बताया कि इस झांकी में आपको दिखाई देगा कि एक टीचर VR हेडसेट पहनकर बच्चों को पढ़ा रहा है। इसके अलावा इस झांकी में ये भी दिखाया जाएगा कि AI कैसे हेल्थ सेक्टर में मददगार हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर की झांकी में जम्बू जू (चिड़ियाघर) सबसे बड़ी हाई-लाइट होगा। जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कहा कि इस झांकी में जम्मू-कश्मीर में डेवलप हो रहीं नई चीजों और नए मौकों को दिखा जाएगा। झांकी में सबसे आगे जम्बू चिड़ियाघर दिखाया जाएगा, जबकि झांकी के पीछे की तरफ महिलाओं को जम्मू-कश्मीर का प्रसिद्ध पेपर मैशियर करते हुए दिखाया जाएगा। झांकी में सबसे पीछे केसर की खेती की पूरी प्रक्रिया दर्शित की जाएगी।
लद्दाख के डिप्टी सेक्रेटरी नजीर लद्दाखी ने बताया कि लद्दाख की झांकी में महिला सश्क्तीकरण दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि झांकी में देश की आइस हॉकी टीम भी शामिल होगी। देश के सभी 11 आइस हॉकी प्लेयर्स लद्दाख से आते हैं। इसके अलावा पश्मीना शॉल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को भी दिखाया जाएगा। दुनिया की सबसे ऊंची सड़क उमिंग ला, जिसका उद्घाटन इसी साल हुआ है, वह भी झांकी का हिस्सा होगी।
एयरफोर्स की तरफ से फ्लाईपास्ट में टैंगेल फॉर्मेशन दिखाई जाएंगे। इसमें डॉर्नियर एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। इस फॉर्मेशन में सबसे आगे हेरिटेज एयरक्राफ्ट डकोटा होगा, जबकि पीछे दो डॉर्नियर Do-228 एयरक्राफ्ट होंगे, जो एविएशन टर्बाइन फ्यूल और बायोफ्यूल के मिक्स्ड ईंधन से उड़ान भरेंगे।
टैंगेल फॉर्मेशन में 1971 की भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान किए गए सफल एयरड्रॉप का रि-इनैक्टमेंट करेंगे। इस जंग में पहली बार भारतीय सुरक्षाबलों ने दुश्मन की जमीन पर एयरड्रॉप किया था।
गणतंत्र दिवस की इस बार की थीम नारी शक्ति है। इसलिए कई वुमन लीडरशिप वाले दल भाग ले रहे हैं, चाहे वह बैंड हो, ट्राई-सर्विस हो, ये पहली बार भाग ले रहा है। ट्राई-सर्विस की टुकड़ी का नेतृत्व भारतीय सेना की कैप्टन शरण्या राव करेंगी।
- शरण्या ने कहा- मैं सुपरन्यूमररी ऑफिसर हूं, और ट्राई-सर्विस टुकड़ी का नेतृत्व करूंगी। यह गर्व की बात है, क्योंकि इतिहास में पहली बार, एक ट्राई-सर्विस दल मार्च करेगा।
- पहली बार सीमा सुरक्षा बल (BSF), CISF का भी ऑल वुमन मार्चिंग और ब्रास बैंड गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रहा है।
- भारतीय वायुसेना के 144 सदस्यों वाले मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर करेंगी। स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, स्क्वाड्रन लीडर प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल भी इस दस्ते का हिस्सा होंगी।
- फ्लाईपास्ट में 29 लड़ाकू जेट समेत 56 सैन्य विमान शामिल होंगे, जिनमें से कुछ को महिला पायलट ऑपरेट करेंगी। 6 लड़ाकू पायलटों समेत पंद्रह महिला पायलट फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगी। वे राफेल, सुखोई-30 और मिग-29 उड़ाएंगी।
- दो महीने पहले एयरमैन ट्रेनिंग स्कूल बेलगावी, कर्नाटक से पास हुईं अग्निवीरवायु (महिलाएं) भी परेड में हिस्सा लेंगी। अग्निवीरों की त्रि-सेवा मार्चिंग टुकड़ी में 144 महिलाएं शामिल होंगी, जिनकी औसत उम्र बमुश्किल 20 साल है।