डॉक्टर रेप-मर्डर केस;हड़ताली संगठनों में फूट:FORDA ने हड़ताल वापस ली,कई रेजिडेंट डॉक्टर अब भी डटे;CBI टीम कोलकाता पहुंची

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नई दिल्ली:-कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में दो दिन से जारी फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) की हड़ताल मंगलवार शाम को खत्म हो गई। FORDA के कुछ डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्‌डा के दिल्ली स्थित आवास पर उनसे मुलाकात की। डॉक्टर्स ने बताया कि उनकी मांगे मान ली गई हैं, इसलिए वे हड़ताल खत्म कर रहे हैं।

हालांकि देश के कई अन्य अस्पतालों और दूसरे एसोसिएशन के डॉक्टरों ने कहा है कि वे हड़ताल जारी रखेंगे। इसमें दिल्ली AIIMS, इंदिरा गांधी अस्पताल और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोएिशन (FAIMA) शामिल हैं। इनका कहना है कि जब तक डॉक्टरों पर हमले रोकने के लिए केंद्रीय कानून लागू नहीं किया जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क के डॉ. ध्रुव चौहान हड़ताल खत्म करने पर FORDA की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मेडिकल फ्रेटरनिटी इसके विरोध में हैं। अब हड़ताल खत्म करने का मतलब होगा कि फीमेल रेसिडेंट डॉक्टर्स को शायद कभी इंसाफ न मिले। इसलिए सेंट्रल हॉस्पिटल्स अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।

9 अगस्त की सुबह आरजी कर हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग के सेमिनार हॉल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। वह नाइट ड्यूटी पर थीं। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामला CBI को सौंप दिया गया। बुधवार को CBI टीम कोलकाता पहुंच गई है।

FORDA बोला- मरीजों के हित में हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के बाद एक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री इस बात के लिए मान गए हैं कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट पर काम करने के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें FORDA भी शामिल होगा।

FORDA ने कहा कि मंत्रालय ने भरोसा दिलाया है कि 15 दिन में इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसलिए पेशेंट्स के हित को ध्यान में रखते हुए बुधवार सुबह से हड़ताल खत्म की जा रही है। FORDA ने सरकार के सामने पांच मांगें रखी थीं। सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट के अलावा कितनी मांगें मानी गई हैं, इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ट्रेनी डॉक्टर से बर्बरता का खुलासा
पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के परिवार को सोमवार (12 अगस्त) को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें बताया गया कि रेप और मारपीट के बाद आरोपी ने डॉक्टर की गला और मुंह दबाकर हत्या कर दी। घटना शुक्रवार सुबह 3 से 5 बजे के बीच होने का अनुमान है।

चार पेज की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी ने डॉक्टर का बुरी तरह शोषण किया था। उनके प्राइवेट पार्ट्स पर गहरा घाव पाया गया। आरोपी ने डॉक्टर की चीख दबाने के लिए उनकी नाक, मुंह और गले को लगातार दबाया। गला घोंटने से थायराइड कार्टिलेज टूट गया।

डॉक्टर की सिर को दीवार से सटा दिया गया था, जिससे वह चिल्ला न सके। पेट, होंठ, उंगलियों और बाएं पैर पर चोटें पाई गईं। फिर उन पर इतनी जोर से हमला किया कि चश्मा टूट गया और शीशे के टुकड़े उनकी आंखों में घुस गए। दोनों आंखों, मुंह और प्राइवेट पार्ट्स से खून बह रहा था।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी बोला- फांसी दे दो
डॉक्टर की बॉडी के पास एक हेडफोन मिला था। CCTV कैमरे में संजय शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए दिखा था। तब उसके गले में वही हेडफोन था। हालांकि, सुबह करीब 6 बजे जब वह बिल्डिंग से बाहर निकला तो उसके गले में हेडफोन नहीं था। इसी के आधार पर उसे 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने बताया कि रेप-मर्डर को अंजाम देने के बाद वह पुलिस बैरक में जाकर सो गया था, जहां वह रहता था। उठने के बाद उसने अपने कपड़े तक साफ किए थे। संजय ने पूछताछ शुरू होते ही अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसे कोई पछतावा नहीं था। उसने बेफिक्री से कहा कि चाहो तो मुझे फांसी दे दो।