राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस के 20 दिन बाद बुधवार (28 अगस्त) को पहली बार बयान दिया। न्यूज एजेंसी PTI को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति ने कहा कि मैं घटना को लेकर निराश और डरी हुई हूं।
मुर्मू ने कहा- बस अब बहुत हो गया। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह की अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। जब छात्र, डॉक्टर और नागरिक कोलकाता में विरोध कर रहे थे, तो दूसरी जगहों पर अपराधी सक्रिय थे।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त की रात 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर हुआ था। पुलिस ने 10 अगस्त को CCTC फुटेज के आधार पर संजय रॉय नाम के एक सिविक वॉलंटियर को गिरफ्तार किया था।
राष्ट्रपति बोलीं- घृणित मानसिकता वाले महिलाओं को कमजोर समझते हैं
राष्ट्रपति ने कहा- समाज को ईमानदारी, निष्पक्षता के साथ आत्म-विश्लेषण करने की आवश्यकता है। लोगों को खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने होंगे। अक्सर घृणित मानसिकता वाले लोग महिलाओं को अपने से कम समझते हैं। वे महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम, कम बुद्धिमान के रूप में देखते हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने कहा- निर्भया कांड के बाद 12 सालों में रेप की अनगिनत घटनाओं को समाज ने भुला दिया है। समाज की भूलने की यह सामूहिक आदत घृणित है। इतिहास का सामना करने से डरने वाला समाज ही चीजों को भूलने का सहारा लेता है।
राष्ट्रपति ने कहा- अब समय आ गया है कि भारत अपने इतिहास का पूरी तरह से सामना करे। हमें जरूरत है कि इस विकृति का सब मिलकर सामना करें ताकि इसे शुरुआत में ही खत्म कर दिया जाए।