प्रयागराज में महाकुंभ के 31वें दिन माघ पूर्णिमा स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ी है। संगम से करीब 10 किलोमीटर तक श्रद्धालुओं का हुजूम नजर आ रहा है। प्रशासन के मुताबिक, सुबह 10 बजे तक 1.30 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं, और दिनभर में यह संख्या 2.5 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
श्रद्धालुओं के स्वागत में हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूल बरसाए गए। हालांकि, भीषण भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक प्लान में बदलाव किया गया है। शहर में वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है और मेला क्षेत्र में कोई भी वाहन नहीं चलेगा। इससे श्रद्धालुओं को 8-10 किलोमीटर पैदल चलकर संगम तक पहुंचना पड़ रहा है। प्रशासन ने पार्किंग से शटल बसों की व्यवस्था की है, लेकिन इनकी संख्या सीमित है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संगम पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है, जो श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक वहां रुकने नहीं दे रही। प्रशासन श्रद्धालुओं को अन्य घाटों पर स्नान के लिए भेज रहा है ताकि संगम क्षेत्र में भीड़ का दबाव कम हो।
इस बार महाकुंभ की सुरक्षा और प्रबंधन के लिए 15 जिलों के डीएम, 20 IAS और 85 PCS अधिकारियों को तैनात किया गया है।
इधर, लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 4 बजे से मुख्यमंत्री आवास पर बने वॉर रूम से पूरे आयोजन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उनके साथ डीजी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं।
माघ पूर्णिमा स्नान का शुभ मुहूर्त, कल्पवासियों की वापसी
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, माघ पूर्णिमा का स्नान मुहूर्त शाम 7:22 बजे तक रहेगा। प्रशासन ने भीड़ को जल्दी बाहर निकालने के लिए लेटे हनुमान मंदिर, अक्षयवट और डिजिटल महाकुंभ सेंटर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
इसके साथ ही, आज महाकुंभ में कल्पवास का समापन भी हो जाएगा। संगम स्नान के बाद करीब 10 लाख कल्पवासी अपने घरों को लौटेंगे।
अब तक 46 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान, अगला पर्व महाशिवरात्रि पर
13 जनवरी से अब तक करीब 46 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। माघ पूर्णिमा से पहले चार बड़े स्नान पर्व हो चुके हैं। अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर अंतिम स्नान पर्व होगा, जिसके लिए फिर से लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है।