बारामुला जनसभा में बोले शाह- पहले कश्मीर टेररिस्ट हॉटस्पॉट, अब टूरिस्ट हॉटस्पॉट बना
Jammu : अपने जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला पहुंचे और लोगों को संबोधित किया। खास बात है कि उन्होंने पास के मस्जिद में जारी अजान के लिए अपना भाषण बीच में ही रोक दिया था।
बारामूला में शाह को सुनने के लिए लोगों की भीड़ जुटी थी। मंच से खुद गृहमंत्री भी पूरे जोश में संबोधन दे रहे थे, लेकिन इसी बीच उन्हें पता चला की पास ही मस्जिद में अजान शुरू हो गई है। यह खबर लगते ही उन्होंने अपना भाषण बीच में रोक दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे अभी चिट्ठी मिली है कि मस्जिद में अभी समय हुआ है प्रार्थना का, अब समाप्त हो गया है।’ कुछ समय बाद उन्होंने जनता से ही पूछकर मंच से दोबारा अपनी बात रखना शुरू किया। उन्होंने पूछा, ‘मैं चालू करूं क्या फिर से, जरा जोर से बोलो चालू करूं भाई।’
जम्मू-कश्मीर में शाह की सुरक्षा के लिए मंच पर बुलेट प्रूफ ग्लास लगाया गया था। अब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बारामूला में भाषण शुरू करने से पहले ही उन्होंने ग्लास हटवा दिया था। हालांकि, उन्होंने पहली बार ऐसा नहीं किया। खबर है कि इससे पहले भी वह मंच से बुलेट प्रूफ ग्लास हटवा चुके हैं।
शाह ने बुधवार को कहा, ‘मोदी जी 5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत को जमीन तक, गांव तक पहुंचाने का काम किया है। आज घाटी और जम्मू-कश्मीर में 30 हजार से ज्यादा लोग पंचायत, तहसील पंचायत का नेतृत्व कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पहले कश्मीर में जम्हूरियत की व्याख्या थी- तीन परिवार, 87 विधायक और 6 सांसद।’