नई दिल्ली:-मंत्री आतिशी ने शनिवार, 20 अप्रैल को सीएम अरविंद केजरीवाल की डायबिटीज और शुगर लेवल रिपोर्ट शेयर कर बड़ा दावा किया है। उन्होंने तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल की 12 से 17 अप्रैल तक की शुगर लेवल रीडिंग शेयर की।
आतिशी ने कहा है कि सीएम केजरीवाल का शुगर लेवल हाई होने के बावजूद उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा। अगर समय से इंसुलिन नहीं मिलता है तो व्यक्ति के अंग धीरे-धीरे काम करना बंद करने लगते हैं।
उधर, प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उनकी अपील नहीं मान रहा है। कुल मिलाकर, यह केजरीवाल को खत्म करने की साजिश है।
12 अप्रैल से 17 अप्रैल तक केजरीवाल की शुगर लेवल रीडिंग
अब 4 पॉइंट्स में समझें केजरीवाल की डायबिटीज का ये मामला क्या है?
- केजरीवाल को डायबिटीज है। वे शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में 20 दिन से बंद हैं। कोर्ट ने उन्हें 23 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा है। कोर्ट ने उन्हें घर का खाना खाने की अनुमति दी है।
- चार दिन पहले यानी 18 अप्रैल को केजरीवाल के वकील विवेक जैन ने ट्रायल कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर केजरीवाल के डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मेडिकल कंसल्टेशन लेने की मांग की थी। उन्होंने तर्क दिया था कि केजरीवाल टाइप-2 डायबिटीज के मरीज हैं और उनका ब्लड शुगर लेवल ऊपर-नीचे (Fluctuate) होता रहता है।
- इसके जवाब में ED ने राउज एवेन्यू कोर्ट को बताया कि केजरीवाल तिहाड़ जेल में जानबूझकर मीठा खा रहे हैं, ताकि इससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और उन्हें मेडिकल के आधार पर जमानत मिल जाए। केजरीवाल के घर से ऐसा ही खाना आ रहा है, जिसमें शुगर और कॉर्ब्स की मात्रा ज्यादा रहती है।
- लेकिन राउज एवेन्यू कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। अब उनकी इंसुलिन और डॉक्टर से परामर्श की अपील पर 22 अप्रैल को फैसला आएगा।
आतिशी ने कहा- क्रूर सरकार मरीज को इंसुलिन देने से मना कर रही
आतिशी ने लिखा- अगर इतने हाई शुगर लेवल पर इंसुलिन नहीं दी जाएगी, तो व्यक्ति को धीरे- धीरे मल्टी ऑर्गन फेल्योर हो सकता है। यह कैसी क्रूर सरकार है जो डायबिटीज के मरीज को इंसुलिन देने से मना कर रही है।
आतिशी ने पूछा कि जेल प्रशासन ने ED को केजरीवाल के खाने की रिपोर्ट क्यों ई-मेल की। उन्होंने आरोप लगाया कि अंग्रेजों की तरह कैदियों का खाना और दवाएं रोकने की साजिश अरविंद केजरीवाल के साथ मोदी सरकार कर रही है।
प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कुल मिलाकर, यह केजरीवाल को खत्म करने की साजिश है, ताकि उनके कई अंग खराब हो जाएं और 2-4 महीने बाद जब वे जेल से बाहर आएं तो किडनी, हार्ट का इलाज कराने चले जाएं।
न्यायिक हिरासत देते समय कोर्ट ने केजरीवाल को डेली शुगर लेवल की निगरानी के लिए जेल में ग्लूकोमीटर ले जाने की परमिशन दी थी।
ED ने लगाए थे ये आरोप
ED के मुताबिक केजरीवाल को टाइप-2 डायबिटीज है, लेकिन वह जेल में आलू पूड़ी, आम और मीठा खा रहे हैं। केजरीवाल शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में 18 दिन से बंद हैं और उन्हें घर का खाना खाने की परमिशन मिली है। कोर्ट ने इन आरोपों के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन से केजरीवाल के खाने-पीने और दवाओं की रिपोर्ट मांगी थी। इधर, केजरीवाल ने जेल में इंसुलिन मुहैया कराने के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका दायर की।
तिहाड़ ने बताया 3 अप्रैल के बाद केजरीवाल को नाश्ते, लंच और डिनर में क्या दिया
केजरीवाल को 3 से 17 अप्रैल तक नाश्ते, लंच और डिनर में क्या-क्या दिया गया, तिहाड़ प्रशासन ने इसकी एक कॉपी भी ED और कोर्ट को भेजी थी। केजरीवाल को नाश्ते में रोजाना 4 अंडे, 2 केले के अलावा चाय, पोहा, उपमा, उत्तपम जैसा खाना दिया जा रहा है। वहीं लंच में भी रोटी, सब्जी, दाल, सलाद, मिक्स फ्रूट दिया गया है। डिनर में रोटी, दही, सलाद, अचार, सब्जी, दाल दी गई।