जयपुर-दिल्ली हाईवे पर शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में बाइक सवार बाबूलाल सैनी (33) की जान चली गई। घटना आमेर थाना क्षेत्र के नई माता मंदिर के पास हुई, जब रोड़ी से भरा ट्रॉला यू-टर्न लेते वक्त पलट गया। हादसे की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाबूलाल सैनी, जो मजदूरी का काम करते थे, जयपुर जाने के लिए घर से निकले थे। हाईवे पर एक यू-टर्न के पास वह सड़क किनारे अपनी बाइक खड़ी कर ट्रॉला के गुजरने का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान ट्रॉला पलट गया और उनकी बाइक समेत उन्हें दबा दिया।
प्रत्यक्षदर्शी दीपक जांगिड़ ने बताया कि ट्रॉला पलटते ही तेज धमाका हुआ, जिससे आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से बाबूलाल को ट्रॉला के नीचे से निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों की मांग
हादसे की सूचना पर मृतक के परिजन और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। मृतक के चचेरे भाई लालाराम सैनी ने बताया कि बाबूलाल नौकरी के सिलसिले में जयपुर जा रहे थे। परिवार में उनकी मां, पत्नी और तीन बच्चे हैं।
घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने हाईवे पर धरना देते हुए कई मांगें रखीं। इनमें मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 1 करोड़ रुपये मुआवजा और हाईवे पर बने अव्यवस्थित कटों को बंद करने की मांग शामिल है।
पुलिस का हस्तक्षेप
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और धरना दे रहे लोगों से बात की। फिलहाल परिजनों की मांगों को लेकर प्रशासन और पुलिस के बीच बातचीत जारी है।