दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर गुरुवार (6 जून) को अहम बैठक हुई। इसमें अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। बैठक में नई सरकार बनाने, भाजपा और उसके सहयोगी दलों को मंत्रिमंडल में जगह देने और शपथ ग्रहण की तैयारियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की खबर हैं।
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में भाजपा के जीते हुए लगभग सभी मंत्री इस बार रिपीट होंगे। विवाद से जुड़े चेहरों के नाम मंत्री पद की लिस्ट से काटे जा सकते हैं। चुनाव हारीं स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को पार्टी एक और मौका दे सकती है। इन्हें फिर से मंत्री पद मिल सकता है।
स्मृति और राजीव को मंत्री बनने के बाद छह महीने के अंदर या तो किसी खाली सीट से लोकसभा चुनाव जीतना होगा या फिर उन्हें राज्यसभा भेजकर मंत्री पद दिया जा सकता है। स्मृति 2014 में भी अमेठी से हारने के बावजूद मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी थीं। उन्हें राज्यसभा के जरिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिया गया था।
भाजपा ने चुनाव में 50 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट दिया था। इनमें 19 केंद्रीय मंत्री हार गए हैं। अमेठी से स्मृति ईरानी को कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने 1.67 लाख वोटों से हराया। तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को 16 हजार वोटों से हराया है।
चर्चा है कि JDU की नजर रेलवे-कृषि मंत्रालय के साथ बिहार के लिए विशेष पैकेज पर है। TDP ने 5 मंत्रालयों और लोकसभा स्पीकर पद की मांग रखी है। इनमें ग्रामीण विकास, आवास और शहरी मामले, बंदरगाह और शिपिंग, सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं जल शक्ति मंत्रालय शामिल हैं।
TDP वित्त मंत्रालय का अतरिक्त प्रभार भी मांग रही है। आंध्र प्रदेश में फ्री की योजनाओं के चलते आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इसलिए नायडू चाहते हैं कि वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार उन्हें मिले।
केंद्र सरकार के 10 सबसे ताकतवर और समृद्ध मंत्रालय- गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और सिविल एविएशन हैं। अकेले बहुमत होने से 2019 और 2014 में भाजपा ने सभी बड़े विभाग अपने पास रखे थे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, NDA ने 292 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। NDA में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।
गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
सूत्रों के मुताबिक, NDA के सांसदों की 7 जून को बैठक होगी। इसमें मोदी को भाजपा संसदीय दल-NDA संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद शाम 5 से 7 बजे के बीच सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति के पास जाएंगे। मोदी 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।