झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन आज एक बार फिर दिल्ली पहुंचे हैं। बीजेपी नेताओं से मिलने और बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘मैं अपने काम से 2 दिन के लिए दिल्ली आया हूं। अभी कोई फैसला नहीं लिया है। आगे क्या करूंगा बाद में बताऊंगा।’
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो वे दिल्ली में BJP के बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। अगर BJP नेताओं से मुलाकात के दौरान बात बनती है तो वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पार्टी और मंत्री पद से इस्तीफा भी दे सकते हैं।
इधर, असम के मुख्यमंत्री और भाजपा झारखंड प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि चंपाई सोरेन भाजपा में आएं और हमें ताकत दें। चंपई सोरेन के सामने 3 रास्ते हैं, वो अभी दिल्ली में हैं उनके साथ बातचीत का रास्ता खुला है आगे जाकर क्या होता है देखते हैं। मैं तो चाहता हूं हेमंत सोरेन भी भाजपा में आएं।’
चंपाई सोरेन 25 अगस्त की शाम ही खड़गपुर होते हुए कोलकाता चले गए थे। उनके साथ उनके दोनों बेटे बाबूलाल सोरेन और वकील सोरेन भी हैं। उनके प्रेस सलाहकार चंचल गोस्वामी भी साथ हैं।
ऐसे में अटकलों का बाजार एक बार फिर गर्म हुआ है। इससे पहले उन्होंने रविवार को बहरागोड़ा में समर्थकों से मुलाकात की और लोगों को संबोधित किया।
दिल्ली में शिवराज, असम CM हेमंत बिस्वा से कर सकते हैं मुलाकात
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा और अन्य नेताओं से चंपाई की मुलाकात हो सकती है। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह और BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात होने की भी चर्चा है।
हालांकि, चंपाई सोरेन ने कहा कि वे अपना नया अध्याय शुरू करेंगे। वे न भाजपा में जाएंगे न ही झामुमो में वापस होंगे। ऐसे में कयास यह भी लगाया जा रहा है कि वे दिल्ली में आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
एक सप्ताह पहले भी गए थे दिल्ली
एक सप्ताह पहले भी चंपाई सोरेन दिल्ली गए थे। दिल्ली में तीन दिन रहने के बाद वे वापस जमशेदपुर लौट गए थे। तब भी चर्चा तेज हुई थी कि वे भाजपा जॉइन करने वाले हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर भी झामुमो छोड़ने के संकेत दिए थे।
चंपाई सोरेन फिलहाल झामुमो के केवल नेता नहीं हैं, बल्कि हेमंत सोरेन सरकार में जल संसाधन और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री भी हैं। उन्होंने JMM छोड़ने के संकेत जरूर दिए हैं, लेकिन न तो झामुमो छोड़ा है और न ही मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। झामुमो का केंद्रीय नेतृत्व भी उसके अगले कदम का इंतजार कर रहा है।
जानिए 16 से 20 अगस्त के बीच क्या-क्या हुआ
- 16 अगस्त : चंपाई सोरेने के साथ JMM के विधायक समीर मोहंती, दशरथ गगराई, नीरल पूर्ती, चमरा लिंडा, रामदास सोरेन, संजीव सरदार और मंगल कालिंदी के BJP में शामिल होने की चर्चाएं होने लगीं। उनसे जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे अफवाह बता कर खारिज कर दिया।
- 18 अगस्त : चंपाई सोरेन की अचानक कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से दिल्ली जाने की सूचना सामने आती है। वे 1 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं। यहां उनकी BJP के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की चर्चा शुरू हो गई। जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या आप BJP में शामिल होने वाले हैं, तब चंपाई ने साफ कर दिया कि ‘’मैं जहां हूं, वहीं रहूंगा।’ इसके थोड़ी देर बार उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा और कहा कि ‘JMM में उन्हें कुर्सी से उतार कर अपमानित किया गया है। अब उनके पास तीन ही विकल्प बचते हैं संन्यास लूं, नया संगठन बनाऊं या किसी के साथ चल दूं…’
- 20 अगस्त : CM हाउस, रांची में अचानक हलचल बढ़ती है। जिन विधायकों को चंपाई सोरेन के साथ बताया जा रहा था, वे अचानक एक-एक कर सीएम हाउस पहुंचे। यहां लगभग 3 घंटे तक इनकी सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात हुई। इसके बाद विधायकों ने कहा कि ‘हम सीएम हेमंत सोरेन के साथ थे, हैं और मजबूती से रहेंगे। झामुमो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे।’ उधर, चंपाई सोरेन भी दिल्ली से कोलकाता के रास्ते सरायकेला पहुंच गए। बीजेपी में जाने के सवाल पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘उनका पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कोई मकसद नहीं है।’