जोधपुर,3 सितंबर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 2030 तक राजस्थान को खेल सहित सभी क्षेत्रों में देष का प्रथम राज्य बनाना हमारा ध्येय है। पिछले साल राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों में 30 लाख खिलाड़ियों ने पंजीकरण करवाया जिनमें 10 लाख महिला खिलाड़ी शामिल थीं। इस बार शहरी-ग्रामीण ओलंपिक खेलों में 58 लाख खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जिनमें 25 लाख महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन से प्रदेश में खेलों का माहौल बना है। खेलों से एक स्वस्थ शरीर के साथ-साथ उत्कृष्ट व्यक्तित्व का निर्माण होता है। इसके अलावा खिलाड़ियों में दूरदृष्टि एवं तत्काल निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित होती है। हार-जीत की चिंता ना करते हुए सभी लोगों को खेलों को अपनाना चाहिए।
गहलोत रविवार को जोधपुर के उम्मेद राजकीय स्टेडियम में राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक खेलों के तहत जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का अवलोकन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को तराशा जाएगा तथा उन्हें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं हेतु तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार निरंतर खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दे रही है। इसी दिशा में आउट ऑफ टर्न नियुक्ति, सरकारी नौकरियों में आरक्षण, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में पदक विजेता खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि में कई गुना बढ़ोतरी, खेल मैदानों का विकास जैसे फैसले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र मंे स्थानीय स्तर पर प्रचलित खेलों की अकादमियां स्थापित की जा रही हैं।
राज्य सरकार की योजनाओं से हर वर्ग हो रहा लाभान्वित
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राजस्थान सरकार की योजनाएं पूरे देश में चर्चा का विषय हैं एवं अन्य राज्य भी इनका अनुसरण कर रहे हैं। राज्य में ओपीएस बहाल करने, राइट टू हैल्थ, 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज, मिनिमिम इनकम गारंटी, गिग वर्कर्स एक्ट, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना जैसे नवाचार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1 करोड़ लोगों को न्यूनतम 1 हजार रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन, घरेलू उपभोक्ताओं को 100 एवं किसानों को 2000 यूनिट निःशुल्क बिजली, 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, निःशुल्क अन्नपूर्णा राशन किट, महिलाओं को तीन साल के इंटरनेट डेटायुक्त निःशुल्क स्मार्टफोन, ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, पालनहार योजना के अंतर्गत लगभग 6 लाख बच्चों को आर्थिक सहायता, 3 लाख सरकारी नौकरियां, मेगा जॉब फेयर जैसे निर्णयों से हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नए जिले बनने से मुख्यालयों से दूरियां कम हुई हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने से इस सेक्टर में विकास को गति मिली है। आईटी के क्षेत्र में राजस्थान नंबर वन राज्य बनकर उभरा है। आज 11.04 प्रतिशत जीडीपी विकास दर के साथ राजस्थान उत्तर भारत में प्रथम और देश में दूसरे स्थान पर है।
शिक्षा में राजस्थान अग्रणी
गहलोत ने कहा कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। हमारी सरकार के कार्यकाल में अब तक 303 महाविद्यालय खोले जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम राजकीय विद्यालयों के माध्यम से वंचित तबके के विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 500 विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए विदेश भेजा जा रहा है। डॉ. अंबेडकर को बडौदा के महाराजा द्वारा पढ़ाई के लिए विदेश भेजा गया था। वे वहां से लौटकर कानूनविद एवं संविधान निर्माता बने। इसी प्रकार ये 500 बच्चे विदेश से लौटकर देश-प्रदेश के विकास में अपना योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के निर्णयों से जोधपुर का अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित हुआ है। आईआईटी, एम्स, लॉ यूनिवर्सिटी, आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी, फिनटेक इंस्टीट्यूट जैसे संस्थानों की स्थापना से क्षेत्र के शैक्षिक विकास को गति मिली है। उन्होंने कहा कि मंडोर के कायाकल्प से पर्यटकों का आवागमन बढ़ा है। क्षेत्र में हुए विकास कार्यों से आज जोधपुर अपनी अभावग्रस्त पहचान पीछे छोडकर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने रस्साकसी के जिला स्तरीय फाइनल मैच का अवलोकन किया। उन्होंने खिलाड़ियों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन किया तथा विजेता खिलाड़ियों-टीमों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम के दौरान राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। सुश्री परिणीती विश्नोई द्वारा योग प्रदर्शन भी किया गया।
शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि शहरी-ग्रामीण ओलंपिक खेलों में कई पीढियां एक साथ खेल रही हैं। इन खेलों से प्रदेश में एक नई खेल संस्कृति विकसित हो रही है। इस दौरान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, विधायक मनीषा पंवार,महेन्द्र विश्नोई, जोधपुर उत्तर महापौर कुंती देवडा परिहार, रीको निदेशक सुनील परिहार सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी व आमजन उपस्थित रहे।