महाकुंभ भगदड़ पर सीएम योगी भावुक,मृतकों के परिजनों को 25 लाख की सहायता

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प्रयागराज में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में लगभग 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि 90 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं

न्यायिक जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया गया है, जिसकी अध्यक्षता जस्टिस हर्ष कुमार करेंगे। उनके साथ पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीके सिंह भी इस जांच में शामिल होंगे। आयोग को एक महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्य सचिव और डीजीपी खुद हालात का जायजा लेने प्रयागराज जाएंगे।

योगी बोले – बैरिकेडिंग टूटने से मची भगदड़

सीएम योगी ने बताया कि घटना तब हुई जब भीड़ ने अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग तोड़ दी। इससे श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई और भगदड़ शुरू हो गई। इस दौरान 36 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है

उन्होंने कहा कि पुलिस, एनडीआरएफ और राहत टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल भेजने का काम किया। प्रशासन अब बंद मार्गों को खोलने और भीड़ को नियंत्रित करने में जुटा हुआ है।

“पहली बार इतनी भीड़ देखने को मिली” – योगी

सीएम योगी के अनुसार, इस बार प्रयागराज में करीब 8 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, जिससे अभूतपूर्व दबाव देखने को मिला। मौनी अमावस्या पर भोर 4 बजे से ही स्नान का मुहूर्त था

स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन ने मिर्जापुर, भदोही और जौनपुर में श्रद्धालुओं को रोकने के लिए होर्डिंग लगाए। इसके अलावा, रेलवे ने अब तक 300 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई हैं, जबकि रोडवेज ने 8000 बसों की व्यवस्था की है

भगदड़ की दो संभावित वजहें

  1. अमृत स्नान के चलते कई पांटून पुल बंद थे, जिससे संगम पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। बैरिकेडिंग में फंसकर कुछ श्रद्धालु गिर गए और भगदड़ मच गई।
  2. संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी से वापस जा रहे थे, जिससे भगदड़ के दौरान भागने का मौका नहीं मिला।

सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।