दिल्ली की एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ स्तर पर,सरकार ने स्कूलों को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए

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दिल्ली:-गुरुवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर तक पहुंच गई, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने पांचवीं कक्षा तक के सभी प्राइमरी स्कूलों को अगले आदेश तक ऑनलाइन मोड में चलाने का निर्देश दिया। इस दौरान एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 424 दर्ज किया गया, जो कि 13 नवंबर के मुकाबले 6 अंक ज्यादा था। इससे दिल्ली की हवा में सांस लेना और भी मुश्किल हो गया।

CAQM ने दिल्ली-NCR में कई कड़े कदम उठाए
कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने दिल्ली-NCR में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े उपायों की घोषणा की है। खासतौर पर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, हालांकि इलेक्ट्रिक वाहन, CNG वाहनों और BS-4 डीजल बसों को इस आदेश से छूट दी गई है। इसके साथ ही दिल्ली और आस-पास के इलाकों में निर्माण कार्य, खनन और तोड़फोड़ पर भी रोक लगा दी गई है।

सीएनजी और BS-4 डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध नहीं होगा, लेकिन BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लागू की जाएगी। इसके अतिरिक्त, सड़कों की सफाई की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा और ट्रैफिक जाम वाले मार्गों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा। ये सभी उपाय 15 नवंबर से लागू किए जाएंगे और इन्हें ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत लागू किया जा रहा है।

ग्रैप-3 के तहत कड़े प्रतिबंध
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार सुबह कहा था कि GRAP-3 के तहत लगाए गए प्रतिबंध लागू नहीं किए जाएंगे, लेकिन दिन के अंत तक, दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका था। गुरुवार को 31 इलाकों में AQI ने 500 के पार पहुंचने के करीब था, जहां जहांगीरपुरी में AQI 567 तक रिकॉर्ड किया गया था।

स्मॉग के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर 300 फ्लाइटों में देरी
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर धुंध (स्मॉग) के कारण 300 से अधिक फ्लाइटों में देरी हो गई। फ्लाइट डिपार्चर में औसतन 54 मिनट की देरी हुई, जबकि आर्थिवल में 17 मिनट का विलंब हुआ। बुधवार को भारी कोहरे के कारण एयरपोर्ट पर 10 फ्लाइट्स को डायवर्ट भी किया गया था।

ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) क्या है?
GRAP, प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करने के लिए एक चार चरणीय कार्य योजना है, जिसके तहत AQI के विभिन्न स्तरों पर विभिन्न उपाय लागू किए जाते हैं:

  • GRAP-1: खराब (AQI 201-300)
  • GRAP-2: बहुत खराब (AQI 301-400)
  • GRAP-3: गंभीर (AQI 401-450)
  • GRAP-4: बहुत गंभीर (AQI 450 से अधिक)

आगे क्या?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में 15 नवंबर तक उत्तर प्रदेश और पंजाब में, और हिमाचल प्रदेश में 18 नवंबर तक, सुबह और रात के समय घना से बहुत घना कोहरा छा सकता है। हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और सिक्किम में 16 नवंबर तक धुंध की संभावना जताई गई है।

लोकल सर्कल का सर्वे: 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित
एक निजी एजेंसी लोकल सर्कल के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-NCR के 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं। सर्वे में शामिल 21,000 लोगों में से 62% परिवारों के सदस्य आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा, 46% परिवारों में किसी सदस्य को जुकाम या सांस लेने में तकलीफ (नेजल कंजेशन) हो रही है, जबकि 31% परिवारों में किसी सदस्य को अस्थमा जैसी समस्या है।

दिल्ली में 14 अक्टूबर से GRAP-1 लागू
दिल्ली में 14 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के पार जाने के बाद GRAP-1 लागू किया गया था, जिसमें कोयला और जलाऊ लकड़ी के उपयोग पर प्रतिबंध और BS-III पेट्रोल व BS-IV डीजल वाहनों के संचालन पर निगरानी बढ़ा दी गई थी।

AQI और PM के स्तर का क्या अर्थ है?
AQI (Air Quality Index) एक पैमाना है, जो हवा में मौजूद प्रदूषण के स्तर को मापता है। यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), ओजोन (O3), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), पार्टिकुलेट मैटर (PM 2.5 और PM 10) के स्तर को ट्रैक करता है। AQI का उच्च स्तर यह संकेत देता है कि हवा में प्रदूषण का स्तर अधिक है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

PM 2.5 का मतलब है हवा में 2.5 माइक्रोन से छोटे कण, जो आंखों से नहीं देखे जा सकते, लेकिन ये श्वसन तंत्र के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। इन कणों का मुख्य स्रोत जलाने की प्रक्रिया (कोयला, लकड़ी, तेल आदि) से होता है, जो प्रदूषण में वृद्धि करते हैं।