राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत मंगलवार सुबह 10 बजे जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के ऑफिस पहुंच गए। मौके पर कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही आयुक्त मंजू राजपाल और सचिव नलिनी कठोतिया भी नहीं मिलीं। इसके कुछ ही घंटे बाद कार्मिक विभाग ने जेडीए के 1 आईएएस और 2 आरएएस अधिकारियों को एपीओ कर दिया। इनमें सचिव नलिनी कठोतिया (IAS), अतिरिक्त आयुक्त आनंदीलाल वैष्णव और उपायुक्त प्रवीण कुमार द्वितीय शामिल हैं।
मंगलवार सुबह 10 बजे मुख्य सचिव सुधांश पंत जयपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य ऑफिस में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। वह सबसे पहले मुख्य भवन पहुंचे, लेकिन तब तक वहां जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त मंजू राजपाल और सचिव नलिनी कठोतिया नहीं आए थे। इसके बाद पंत इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में पहुंचे। यहां भी कई अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिले। इसके अलावा जगह-जगह कचरा और पुराना कबाड़ रखा हुआ था। इसे देख सीएस ने नाराजगी जताई।
फाइलों की पेंडेंसी के बारे में जानकारी मांगी
मुख्य सचिव के जयपुर विकास प्राधिकरण ऑफिस पहुंचने की सूचना मिलने पर कुछ देर बाद आयुक्त और सचिव ऑफिस पहुंचे। इसके बाद मुख्य सचिव ने आयुक्त और सचिव के साथ जोन कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से फाइलों की पेंडेंसी के बारे में जानकारी मांगी। हाजिरी रजिस्टर भी देखा। इसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी नहीं थी। पंत ने जेडीए आयुक्त को देरी से दफ्तर आने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
मुख्य सचिव के दौरे के बाद आयुक्त मंजू राजपाल ने कहा- जेडीए में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर 2 साल से लंबे वक्त से जेडीए में लगे हुए हैं, उन्हें और रिटायर्ड कर्मचारियों को जल्द हटाया जाएगा। इसके साथ ही अब कर्मचारियों को आई कार्ड पहनने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। जो कर्मचारी संविदा पर लगे हैं, उन्हें भी हर दिन रजिस्टर में एंट्री करनी होगी। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के बाद हुई कार्रवाई
मुख्य सचिव के औचक निरीक्षण के बाद कार्मिक विभाग ने जयपुर विकास प्राधिकरण के एक IAS और 2 RAS अधिकारियों को APO कर दिया है। माना जा रहा है कि जेडीए आयुक्त जल्द ही लेट आने वाले और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी करवाई कर सकती हैं, ताकि भविष्य में जेडीए की कार्यशैली में सुधार हो सके।