‘वसुंधरा के सामने कटारिया की हवा निकल जाती थी’: खाचरियावास

Politics Rajasthan

उदयपुर :

राजस्थान के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर सोमवार को उनके गृहक्षेत्र उदयपुर में ही निशाना साधा। खाचरियावास बोले- कटारिया कई बार बोल चुके हैं कि कांग्रेस के मंत्री कुंठा में रहते हैं, लेकिन परेशानी में तो खुद कटारिया हैं। उनकी वसुंधरा जी के सामने हवा निकल जाती थी। हम ईमानदारी से बात कहते हैं, कुंठा में नहीं। ये तो आपका चेहरा बता देता है।

उन्होंने सीएम अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा- पहले ऐसे सीएम हैं, जिसने एमएलए का बजट सांसद के बराबर 5 करोड़ रुपए किया। वसुंधरा जी तो 5 साल में 25 लाख रुपए बढ़ाकर सवा दो करोड़ रुपए कर पाई थीं। हालत ये थी बीजेपी के विधायक कोने में सर देके रोते थे। वसुंधरा जी सुनती नहीं थीं। खाचरियावास सोमवार को उदयपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा- पायलट मेरे घर आए। हमारी मुलाकात हुई तो इसमें कोई नुकसान न​हीं है। कांग्रेस की ताकत और बढ़ेगी।

पायलट समर्थक वन मंत्री हेमाराम चौधरी के सचिन पायलट को प्रदेश में जिम्मेदारी देने वाले बयान पर खाचरिवास बोले- हेमाराम जी सीनियर लीडर हैं। मैं इस तरह के बयानों पर बोलना नहीं चाहता। साथ ही 25 सितंबर के घटनाक्रम के बाद तीन नेताओं (शांति धारीवाल, महेश जोशी, धर्मेन्द्र राठौड़) को मिले नोटिस के सवाल पर भी खाचरियावास ने कहा- ये मामला एआईसीसी देख रही है।

पावर डी-सेंट्रलाइज होनी चाहिए
खाच​रियावास ने ब्यूरोक्रेसी के हावी होने को लेकर एक बार फिर एसीआर (एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट) पर कहा- पावर सेंट्रलाइज नहीं, बल्कि डी-सेंट्रलाइज होनी चाहिए। ये बात तब उठी जब गेहूं लैप्स हुआ। चार साल से मैंने एसीआर नहीं​ लिखी। खाचरियावास सरकार बचाने के लिए फ्रंट फुट पर लड़ता है। यदि झूठ बोले तो राजनीति में नहीं रहना चाहिए। मैं क्षत्रिय हूं। शौर्य के साथ राजनीति करता हूं।

राहुल जी की यात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं
खाचरियावास ने कहा- बीजेपी महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। इसलिए राहुल गांधी जी की यात्रा का विरोध कर रही है। बीजेपी की गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हालत खराब है। वे पहले अपने स्थिति संभाल लें। हम इस वक्त राहुल जी की राजस्थान से गुजरने वाली यात्रा को पूरी तरह सफल बनाने में जुटे हैं।

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