मोदी बोले- 2024 से कांग्रेस परजीवी पार्टी कहलाएगी:बोले-हिंदू समाज को सोचना होगा,ये अपमान संयोग है या प्रयोग;विपक्ष का लगातार हंगामा

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नई दिल्ली:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा। विपक्षी सांसदों ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी, ‘मणिपुर-मणिपुर’ और ‘न्याय दो-न्याय दो’ के नारे लगाए।

पीएम को इस दौरान दो बार अपना भाषण रोकना पड़ा। स्पीकर ने विपक्ष को दो बार ऐसा नहीं करने की नसीहत दी। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ये ठीक नहीं है, फिर भी विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे।

पीएम ने कहा- ‘हमने दुनिया को दिखा दिया कि ये विश्व का सबसे बड़ा चुनावी अभियान था। देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभियान ने हमें चुना है। मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बावजूद उनकी घोर पराजय हुई।’

इससे पहले पीएम के संसद पहुंचने पर एनडीए के सांसदों ने मोदी-मोदी के नारों से उनका स्वागत किया।

पीएम ने 3 किस्से सुनाए, कहा- एक बच्चा 99% मार्क्स लेकर घूम रहा

  • पहला किस्सा: पीएम ने राहुल का नाम लिए बिना एक किस्सा सुनाया। कहा, ‘कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला। वह गिर गया, रोने लगा तो कोई बड़ा आकर कहता है कि देखो चींटी मर गई, चिड़िया मर गई। ऐसा कहकर बड़े बच्चे का मन बहला देते है। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है।’
  • दूसरा किस्सा:पीएम ने कहा- 1984 के चुनावों को याद कीजिए। तब से 10 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। तब से कांग्रेस 250 के आंकड़े को छू नहीं पाई है। इस बार 99 के चक्कर में फंस गए हैं। मुझे एक किस्सा याद आता है। एक बच्चा 99% मार्क्स लेकर घूम रहा था। लोगों की वाहवाही ले रहा था। टीचर ने कहा कि ये 100 में से 99 नंबर नहीं लाया, 543 में से लाया है।
  • तीसरा किस्सा: ‘मैं किस्सा सुनाता हूं। एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। मां भी डरी कि क्या हो गया। बच्चा बोला- मुझे स्कूल में उसने मारा, इसने मारा, वह जोर-जोर से रोने लगा। मां ने पूछा कि बेटा, बात क्या थी। बच्चा यही बोला कि मुझे मारा, मुझे मारा। बच्चे ने ये नहीं बताया कि उसने किसी को मां की गाली दी थी, किसी की किताब फाड़ दी थी, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। सदन में कल हमने यही बचकानी हरकत देखी है। कल यहां कहा गया- मुझे इसने मारा, उसने मारा, यहां मारा, वहां मारा। सिम्पैथी हासिल करने के लिए नया ड्रामा खेला गया। जो सच्चाई जानते हैं कि हजारों करोड़ रुपए की हेराफेरी में जमानत पर बाहर हैं। ये OBC लोगों को चोर बताने के मामले में सजा काट चुके हैं। इन्हें देश की सर्वोच्च अदालत से गैर-जिम्मेदाराना बयान देने पर माफी मांगनी पड़ी है।’

पीएम बोले- भारत का डिजिटल पेमेंट सिस्टम दुनिया में उदाहरण बना

मोदी ने कहा, ‘NDA सरकार ने बीते 10 साल में विकास को सबसे बड़ा संकल्प बनाया और अब देश को दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने का संकल्प है। हर घर में पीने का शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए संकल्प है। विश्व में भारत की ताकत बढ़ रही है। ये युग हरित युग है। भविष्य ग्रीन हाइड्रोजन से जुड़ा है। भारत को ग्रीन हाइड्रोजन का हब बनाने के लिए संकल्पित हैं। 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बड़ी भूमिका होगी।’

पीएम ने कहा, ‘जितना निवेश भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। देश में बड़े पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बन रहे हैं। स्किल डेवलपमेंट हो और नौजवानों का भविष्य संवरे, इसके लिए हम काम कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘ एक स्टडी है कि पिछले 18 साल में प्राइवेट सेक्टर सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना है। भारत का डिजिटल पेमेंट सिस्टम दुनिया में उदाहरण बना है। G20 में आए देशों को भी इस पर अचरज होता है। जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। कुछ लोग भारत की डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी पर हमला कर रहे हैं। ये सिर्फ मेरी चिंता नहीं है, इससे सुप्रीम कोर्ट और भारत की जनता भी चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में गंभीरता से कहा- ऐसा लगता है, इस महान देश की प्रगति पर कम करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।’

मोदी ने कहा, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा

पीएम ने कहा, ‘अब सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है, ताकि लोग देश की रक्षा करने के लिए सेना में न जाएं। आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है। हमारे देश में इंदिरा गांधी जी ने वन रैंक, वन पेंशन की व्यवस्था की थी, लेकिन इसे दशकों तक लागू नहीं किया गया। NDA सरकार ने 1 लाख 20 हजार करोड़ वन रैंक, वन पेंशन के लिए दिए।

राष्ट्रपति जी, ने NEET पेपर लीक पर चिंता जताई थी। सरकार पेपर लीक को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है। इसे रोकने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के बख्शा नहीं जाएगा।’

पीएम ने कहा- इन लोगों ने हिंदू आतंकवाद गढ़ने की कोशिश की

पीएम ने कहा, ‘कल जो हुआ, देश के कोटि-कोटि देशवासी इसे माफ नहीं करेंगे। 131 साल पहले स्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो में कहा था- मुझे गौरव है कि मैं उस धर्म से आता हूं, जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है। विवेकानंद जी ने दुनिया के दिग्गजों के सामने ये कहा था। हिंदू सहनशील है। इसी कारण भारत का लोकतंत्र और विविधता पनपी है।

उन्होंने कहा, ‘ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है। क्या हिंदू हिंसक होते हैं? ये है आपकी सोच, आपका चरित्र। ये देश शताब्दियों इसे भूलने वाला नहीं है। इन लोगों ने हिंदू आतंकवाद गढ़ने की कोशिश की थी। इन्होंने शक्ति के विनाश की बात कही थी। देश इन्हें माफ नहीं करेगा। देश की संस्कृति-परंपरा का मजाक उड़ाना, इसे फैशन बना दिया गया है। सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है.

पीएम बोले, ‘हम बचपन से सीखते हुए आए हैं कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि ईश्वर का हर रूप दर्शन के लिए होता है। ईश्वर का कोई भी रूप प्रदर्शन के लिए नहीं होता। जिसके दर्शन होते हैं, उसका प्रदर्शन नहीं होता। हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ लोगों के दिलों को चोट पहुंचा रहा है।’

मोदी ने कहा, कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला

मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला है। मैं नम्रतापूर्वक सच्चाई रखना चाहता हूं। आपातकाल का ये 50वां साल है। सत्ता के लोभ के खातिर, तामसिक मानसिकता के चलते इमरजेंसी थोपी गई। इसमें कांग्रेस क्रूरता की सभी हदें पार गई। सरकारें गिराना, मीडिया को दबाना, हर काम में संविधान की धारा, भावना और हर शब्द के खिलाफ काम किया।’ पीएम ने कहा, ‘इन्होंने देश के दलितों-पिछड़ों के साथ अन्याय किया है। इसी कारण बाबा साहेब अंबेडकर ने दलितविरोधी, पिछड़ाविरोधी मानसिकता के चलते नेहरू जी के कैबिनेट से इस्तीफा दिया। अंबेडकर के इस्तीफे के बाद नेहरू जी ने उनका राजनीतिक जीवन खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। अंबेडकर जी को चुनाव हरवाया गया। नेहरू जी ने बाबा साहेब अंबेडकर की हार का जश्न मनाया।’ मोदी ने कहा, ‘बाबा साहेब की तरह ही बाबू जगजीवन राम को भी उनका हक नहीं दिया गया। इमरजेंसी के बाद उनके पीएम बनने की संभावना थी। एक किताब में लिखा है- जगजीवन राम किसी भी कीमत पर पीएम नहीं बनने चाहिए। अगर वे पीएम बन गए तो कभी नहीं हटेंगे। कांग्रेस ने बिहार के सपूत सीताराम केसरी के साथ भी अपमानजनक व्यवहार किया।’

मोदी ने कहा- कांग्रेस ने उत्तर से दक्षिण तक अफवाहें फैलाईं 

मोदी ने कहा, ‘लोगों ने जब विकसित भारत के सपने को सच करने का मन बना लिया है, ऐसे समय देश का दुर्भाग्य है कि 6 दशक राज करने वाली कांग्रेस अराजकता फैलाने में लगी है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के खिलाफ बोलते हैं। इन्होंने भाषा के नाम बांटने की कोशिश की है। कांग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी के खिलाफ लड़ाने के लिए नरेटिव गढ़ रही है, अफवाहें फैला रही है। देश के एक हिस्से को हीन बताने के लिए कांग्रेस के लोग बढ़ावा दे रहे हैं। देश में आर्थिक अराजकता फैलाने के लिए भी सोची-समझी चालें चल रहे हैं।’ उनके राज्य जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां आर्थिक अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है। इन्होंने कहा था कि इनके मुताबिक 4 जून को परिणाम नहीं आए तो देश में आग लगा दी जाएगी। भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ताक पर रखकर अराजकता फैलाने का काम किया गया। CAA को लेकर अराजकता फैलाई गई।

मोदी ने कहा- कांग्रेस पार्टी 2024 से परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी

मोदी ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के जो साथी दल हैं, उन्होंने चुनाव का विश्लेषण किया या नहीं। ये उनके लिए महत्वपूर्ण है। कांग्रेस पार्टी 2024 से परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी। परजीवी उसे कहते हैं जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता है। कांग्रेस जिसके साथ रहती है, उसी के वोट खा जाती है। मैं जब कांग्रेस को परजीवी कह रहा हूं तो आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं।’

उन्होंने कहा, ‘जहां-जहां भाजपा-कांग्रेस का सीधा मुकाबला था यानी कांग्रेस बड़ी पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 26% रहा। जहां वे जूनियर पार्टी के तौर रहे, वहां स्ट्राइक रेट…। 16 राज्यों में जहां कांग्रेस अकेले लड़ी, उनका वोट शेयर गिरा। गुजरात, छ्त्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने दम पर लड़ी। वे 64 में से 2 सीट जीत पाए। इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी है। सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, उसके बिना लोकसभा में इतनी सीटें जीत पाना मुश्किल था।’

मोदी ने कहा- कभी आतंकी हमला करते थे, सरकारें चुप बैठी रहती थीं

मोदी ने कहा, ‘2014 के निराशाजनक दौर में लोगों ने हमें सेवा करने का मौका दिया। 10 साल में हमारी कई उपलब्धियां हैं। हमने देश को निराशा के गर्त से निकालकर विश्वास और भरोसा दिया। जो कहते थे कि कुछ नहीं हो सकता, वे कहने लगे कि सब कुछ हो सकता है, सब संभव है।’ उन्होंने कहा, ‘एक जमाना था, जब कोयले के घोटाले में हाथ काले हो चुके थे, आज कोयले का प्रोडक्शन जबर्दस्त तरीके से बढ़ गया है। 2014 से पहले अपनी पर्सनल संपत्ति मानकर बैंक का खजाना लूट लिया गया था। आज दुनिया के सम्मानित बैंकों में भारत के बैंकों का स्थान है। कभी आतंकी देश में कहीं भी हमला कर सकते थे, निर्दोष लोग मारे जाते थे, सरकारें चुप बैठी रहती थीं। 2014 के बाद का हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है, सर्जिकल स्ट्राइक करता है और आतंकवाद के आकाओं को सबक सिखाने का सामर्थ्य रखता है।’