हिंदुस्तान जिंक द्वारा कोटड़ा में शुद्ध पेयजल,सुदूर क्षेत्र के 53 शैक्षणिक संस्थानों और छात्रावासों में आरओ और यूवी फिल्टर से 12 हजार से अधिक विद्यार्थी होगें लाभान्वित

Rajasthan Udaipur

उदयपुर:-हिन्दुस्तान ज़िंक  द्वारा राजस्थान के सुदूर क्षेत्र कोटड़ा में शुद्ध पेयजल की पहल अनुकरणीय है और कंपनी द्वारा समय समय पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला सशक्तिकरण के लिए उठाएं  गए कदम सराहनीय है। 

कोटड़ा के विवेकानंद गर्ल्स हॉस्टल में आयोजित समारोह में जिला कलेक्टर मीणा ने कहा कि स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की हिन्दुस्तान ज़िंक  की पहल से इस क्षेत्र में विद्यार्थियों को पीने के लिये शुद्ध जल उपलब्ध होगा जो कि महत्वपूर्ण है। उन्होंने जल की महत्ता पर विचार व्यक्त करते हुए जल सरंक्षण के लिए सभी को जागरूक किया। जिला कलक्टर मीणा ने कोटड़ा के विकास के मार्ग को बताते हुए कहा कि क्षेत्र में आदिवासी युवा महोत्सव और आदिवासी कल्याण दिवस को वृहद स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने 10-10 करोड़ की लागत से कोटड़ा क्षेत्र में सीताफल एक्सीलंेस सेंटर और वन उपज एवं औषधिय एक्सीलेंस सेंटर की जानकारी देते हुए बताया कि इससे क्षेत्र में रोजगार एवं विकास को गति मिलेगी।

हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा ग्रामीण क्षेत्र कोटड़ा के 53 राजकीय विद्यालयों एवं छात्रावासों में सीएसआर के तहत् विद्यार्थियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जिला कलक्टर  मीणा के मिशन कोटड़ा के तहत् आरओ एवं यूवी वॉटर फिल्टर स्थापित किए। आरओ और यूवी वाॅटर फिल्टर का उद्घाटन जिला कलक्टर ताराचंद मीणा और हिन्दुस्तान ज़िंक  के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा के आतिथ्य में किया गया। 

हिन्दुस्तान ज़िंक  के उप मुख्य कार्यकारी कृष्णमोहन नारायण, हेड सीएसआर अनुपम निधी, हेड कार्पोरेट कम्यूनिकेशन मैत्रेयी सांखला, तहसीलदार मुगलाराम मीणा एवं कोटड़ा के जनप्रतिनिधियों सहित 53 राजकीय विद्यालयों के प्राचार्य भी उपस्थित थे।  

इस पहल के माध्यम से कोटड़ा ब्लॉक में संचालित राजकीय विद्यालयों और छात्रावासों के 12 हजार से अधिक लाभार्थी लाभान्वित होगें जो कि इनमें जल जनित बीमारियों से रोकथाम में महत्वपूर्ण साबित होगी। 

समारोह में हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिन्दुस्तान ज़िंक  जल सरंक्षण की प्रतिबद्धता के तहत् जल की प्रत्येक बूंद को पुर्नउपयोग एवं शुद्ध कर सभी के लिये प्रगति, समृद्धि और सतत् भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता हैं। 

हिंदुस्तान जिंक द्वारा कोटड़ा में की गयी यह पहल सामुदायिक सशक्तिकरण, सस्टेनेबल कार्य प्रणाली और सभी के लिए बेहतर भविष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। जल संरक्षण हेतु हिंदुस्तान जिंक के असाधारण प्रयासों के लिये कंपनी को 2.41 गुना वॉटर पॉजिटिव प्रमाणित किया गया है। 2025 तक 5 गुना वॉटर पॉजिटिव प्राप्त करने की ओर, कंपनी ने उदयपुर में अत्याधुनिक 60 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, अत्याधुनिक ड्राई टेलिंग प्लांट की शुरूआत खदानों एवं संचालन के आस-पास के क्षेत्रों में जल संचयन संरचनाओं का कार्यान्वयन, और पौधों में शून्य तरल निर्वहन का रखरखाव जैसी पहल की है।