गुवाहाटी (असम) , 8 अक्टूबर (एएनआई): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक क्षेत्रीय बैठक को संबोधित करते हुए भारत को नशा मुक्त बनाने पर जोर दिया और सहयोग का आह्वान किया। बैठक में अमित शाह के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी भी मौजूद थे। बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “आज़ादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर हमारे माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ड्रग मुक्त भारत’ का लक्ष्य रखा है। सभी सरकारी विभाग और सरकारी एजेंसियां इस दिशा में काम कर रही हैं। लेकिन, यह सुनिश्चित करना भी हमारी जिम्मेदारी है कि हमारे प्रधानमंत्री का लक्ष्य पूरा हो।” “आज अवैध तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर क्षेत्रीय सहयोग किया जा रहा है। इससे पहले, हमने चंडीगढ़ में कश्मीर से लेकर दिल्ली तक उत्तरी राज्यों के साथ एक शिखर सम्मेलन किया था। इसी तरह, आज हम सभी पूर्वोत्तर राज्यों को ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई के लिए एक साथ लाए हैं। अफगानिस्तान और म्यांमार को मादक पदार्थों की तस्करी के दो मुख्य केंद्र बताते हुए शाह ने कहा कि ड्रग्स और राष्ट्र विरोधी गतिविधियां “एक ही सिक्के के दो पहलू” हैं। “अफगानिस्तान और म्यांमार नशीले पदार्थों की तस्करी के दो हॉटस्पॉट हैं। यह देश के उत्तर और पूर्वोत्तर क्षेत्र को सबसे अधिक प्रभावित करता है। इसलिए, हमें केवल इसके प्रवेश बिंदु पर ही इस बीमारी से लड़ना होगा। भारत में नशीली दवाओं की तस्करी के बीच घनिष्ठ संबंध है। और भारत में राष्ट्र विरोधी गतिविधियां। ये एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और नशा मुक्त भारत बनाए बिना हम आतंकवाद मुक्त भारत के बारे में नहीं सोच सकते हैं।”