विपक्ष के पास मुद्दे नहीं,इसलिए बाधा डाल रहे काम में:केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

Jodhpur Rajasthan

जोधपुर, 1 मार्च। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के रवैये की निंदा करते हुए कहा कि जब विपक्ष के पास में कहीं कोई मुद्दे शेष नहीं रह जाते, कोई विषय जब उनके पास चर्चा करने के लिए शेष नहीं होते, तब वो इस तरह के आधारविहीन विषयों को लेकर इस तरह से टिप्पणियां करते हैं। काम में गतिरोध डालते हैं। काम नहीं होने देते हैं।

शनिवार को केंद्रीय मंत्री शेखावत ने अपने निवास पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत की। विधानसभा में पक्ष-विपक्ष के बीच गतिरोध से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि निश्चित रूप से यह निंदनीय है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में इस तरह की बातों की कहीं कोई गुंजाइश नहीं है। मैं यह मानता हूं कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मर्यादा का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। न वहां कोई पक्ष का विषय, न कोई अपक्ष का विषय और न कोई विपक्ष का विषय है। सभी लोगों को अपनी लोकतांत्रिक मर्यादाओं का सम्मान करते हुए उस पर कार्यवाही करना चाहिए। हालांकि, राजस्थान के परिपेक्ष में या मैं लोकसभा के दृष्टिकोण से देखता हूं, मुझे लगता है कि जब विपक्ष के पास में कहीं कोई मुद्दे शेष नहीं रह जाते और कोई विषय जब उनके पास में चर्चा करने के लिए शेष नहीं होते, तब वह इस तरह के आधारविहीन विषयों को लेकर इस तरह से टिप्पणियां करते हैं, काम में गतिरोध करते हैं, काम न होने देते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता अनेक अपेक्षाओं के साथ अपना जनप्रतिनिधि चुनकर भेजती है कि वो सदन में जाकर अपने क्षेत्र से जुड़े हुए विषयों और समाज से जुड़े विषयों पर चर्चा करेंगे, स्वस्थ चर्चा करेंगे, लेकिन जब चर्चाएं इस तरह की राजनीति की भेंट चढ़ती हैं, राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की भेंट चढ़ती हैं तो उसका दुःख निश्चित रूप से मतदाता को होता है। शेखावत ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के नाते, मुझे लगता है कि चाहें हम किसी भी पाले में खड़े हों, जैसा मैंने कहा- पक्ष, अपक्ष और विपक्ष चाहे किसी भी पाले में खड़े हों, एक जनप्रतिनिधि के नाते, हमारे मतदाताओं के प्रति जो भाव होना चाहिए, जो जिम्मेदारी होनी चाहिए, हम उस जिम्मेदारी को पूरा करने के दृष्टिकोण से सोचते हुए काम करें।

एलिवेटेड रोड से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि एलिवेटेड रोड का टेंडर डॉक्यूमेंट हो गया है और टेंडर प्रक्रिया चल रही है। बहुत जल्दी उसका शिलान्यास हो जाएगा। नाइट टूरिज्म पर उन्होंने कहा कि नाइट टूरिज्म को लेकर जो स्टेट ने घोषणा की और आगे हम उसको स्टेट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। पर्यटन के मानचित्र पर जोधपुर और अधिक प्रमुखता के साथ में आए। राजस्थान में पर्यटन के दृष्टिकोण से और अधिक काम हो, इसके लिए राजस्थान सरकार से मिलने वाले हर प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय विचार करेगा।

हमेशा के लिए होगा जोजरी के प्रदूषण का समाधान
जोजरी नदी के प्रदूषण से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि निश्चित रूप से यह चिंता का विषय है। मैंने जलशक्ति मंत्री होने के नाते राज्य सरकार से बात की थी। उस समय में राज्य सरकार 40 प्रतिशत और 60 प्रतिशत सहयोग भारत सरकार दे, ऐसा प्रोजेक्ट पारित कराया था। मैं धन्यवाद करूंगा राजस्थान सरकार कि अभी बजट में उन्होंने इसके लिए 176 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट की घोषणा की है। राजस्थान सरकार अपना योगदान करेगी और भारत सरकार भी योगदान देगी। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस समस्या का समाधान हमेशा-हमेशा के लिए कर पाएंगे।

महाकुंभ से जगाया भारतीयों के मन में विश्वास
महाकुंभ से जुड़े सवाल पर शेखावत ने कहा कि जो जैसी भावना रखता था, उसके अनुरूप कुंभ में आया। कुंभ में 45 दिन में 67 करोड़ लोगों के एक साथ आने के कारण से जो ऊर्जा का संकलन हुआ है। साथ में, भारत में एकात्मता और भारत की एकता, एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भाव जिस तरह से प्रतिपादित हुआ, मैं यह मानता हूं कि वो और भी अधिक महत्त्वपूर्ण है। कुंभ का पुण्य, धार्मिक पक्ष और आस्था भाव एक तरफ है। इस कुंभ ने जिस तरह से भारत को एकता के सूत्र में एक बार फिर बांधने और पूरे भारत के हर कोने से आए हुए व्यक्ति के मन में यह विश्वास जगाने के हम सब भारतीय और भारतीय होने के नाते एक हैं, उसने बहुत बड़ी भूमिका का निर्वाहन किया है।