राजस्थान विधानसभा में हंगामा,फोन टैपिंग के आरोपों पर विपक्ष ने सरकार को घेरा

Jaipur Rajasthan

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को दिनभर हंगामा देखने को मिला। विपक्ष के विरोध और नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के तहत अपना संबोधन दिया। विधानसभा के भीतर और बाहर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया।

विपक्ष का सरकार पर हमला
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना द्वारा लगाए गए फोन टैपिंग के आरोपों पर मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए। जूली ने कहा, “हम अपनी नहीं, जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। विपक्ष की भूमिका लोकतंत्र का अहम हिस्सा है, लेकिन सरकार अहंकार में डूबी हुई है। हमारी बस इतनी मांग थी कि सरकार यह स्पष्ट करे कि फोन टैपिंग हुई है या नहीं।”

डोटासरा ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “जब तक सच्चाई सामने नहीं आती और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। मुख्यमंत्री को खुद इस पर जवाब देना चाहिए। अगर एक मंत्री के फोन टैप हो सकते हैं, तो हमारे भी हो रहे होंगे।”

सरकार का पलटवार
विपक्ष के आरोपों पर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सदन का समय खराब किया और जनता के हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। बेढम ने कहा, “मुख्यमंत्री ने मजबूती से अपनी बात रखी और भरोसा दिलाया कि सरकार पूरे पांच साल प्रदेश के विकास के लिए काम करेगी। विपक्ष जनता को गुमराह करने की कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन सच सामने आएगा।”

सरकार और विपक्ष के बीच जारी इस टकराव के बीच विधानसभा में तनाव बना रहा, जबकि फोन टैपिंग का मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बना हुआ है।