लखनऊ:-लखनऊ में शुक्रवार को पीएम मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 का इनॉगरेशन किया। इस दौरान उन्होंने यूपी में हुए बदलाव का जिक्र किया। कहा, “एक समय यूपी बीमारू राज्य कहलाता था। हर कोई यूपी से अपनी उम्मीदें छोड़ चुका था, लेकिन 5-6 साल में प्रदेश ने अपनी नई पहचान बनाई। डंके की चोट पर खुद को बेहतर साबित किया।” वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया। सीएम योगी ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट में अब तक 32 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। इससे 92 लाख से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे।
10 से 12 फरवरी यानी 3 दिन तक चलने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजन किया जा रहा है। यूपी सरकार का दावा है कि यह देश की सबसे बड़ी समिट है। इसमें 16 देश की 340 कंपनियां शामिल हुई हैं। शाम 3 बजे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसमें शामिल होने के लिए आएंगे।
1- कानून व्यवस्था अब यूपी की पहचान
पीएम ने यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ की। कहा,”लोग कहते थे यूपी का विकास होना नामुमकिन है। यहां कानून व्यवस्था सुधारना नामुमकिन है। आए दिन घोटाले होते थे। लेकिन, पांच-छह सालों में यूपी ने खुद को बेहतर साबित किया। अब यूपी की पहचान बेहतर कानून व्यवस्था से होती है। यूपी गुड गवर्नेंस के लिए पहचाना जा रहा है।
2-इन्फ्रास्ट्रक्चर: यूपी इकलौता राज्य, जहां 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट
पीएम ने आगे कहा, “यूपी देश के उस इकलौते राज्य के रूप में जाना जाएगा। जहां 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे। इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ यूपी के अप्रोच में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर बदलाव हुए हैं। यूपी एक आशा…एक उम्मीद बन चुका है। बिजली से लेकर कनेक्टिविटी तक हर क्षेत्र में सुधार आया है। बहुत जल्द समुद्री पोर्ट से जुड़ रहा है। भारत अगर ग्रोथ इंजन, तो यूपी उसे ड्राइव कर रहा है। देश के 2 डिफेंस कॉरिडोर में एक UP में बन रहा है।”
3-ब्रांड यूपी का जिक्र…भदोही की कालीन और बनारस की सिल्क
पीएम ने भदोही की कालीन और बनारस की सिल्क का जिक्र किया है। कहा,”यूपी में क्षमताएं हैं। यहां की आबादी करीब 25 करोड़ है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा सामर्थ्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। यूपी भारत का टैक्स्टाइल हब है। नई वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए UP एक नया चैंपियन बनकर उभर रहा है।”
4- यूपी में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट
पीएम मोदी ने कहा, “यूपी में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर अच्छा काम हुआ है। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, अटल बिहारी वाजपेयी हेल्थ यूनिवर्सिटी, राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, मेजर ध्यान चंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी जैसे अनेक संस्थान अलग-अलग स्किल्स के लिए युवाओं को तैयार कर रहे हैं। स्किल डेवलपमेंट के तहत अभी तक यूपी के 16 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। पीजीआई लखनऊ, आईआईटी कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कोर्स शुरू हुए हैं। नैक मूल्यांकन में प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों ने हिंदुस्तान को अपना लोहा मनवा दिया। आने वाले कुछ सालों में 100 इनक्यूबेटर और 33 स्टेट ऑफ द आर्ट सेंटर को स्थापित करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है।”
5- उद्योग: कुल मोबाइल उत्पादन से 60% से अधिक यूपी में पीएम ने कहा, “आज भारत के कुल मोबाइल उत्पादन का 60% से अधिक यूपी में होता है। यहां फिशरी, डेयरी और फूड प्रोसेसिंग को लेकर भी संभावनाएं हैं। डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। UP में डेयरी, एग्रीकल्चर, फ़ूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में बहुत संभावनाएं है। इन क्षेत्रों में प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बहुत सीमित है। फूड प्रोसेसिंग में हम एक योजना लाए हैं, जिसका आपको लाभ उठाना चाहिए।”
6-मोटा अनाज यानी श्रीअन्न
पीएम मोदी ने कहा, “आज हमारा फोकस छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी इनपुट कॉस्ट घटाने पर है। इसलिए हम जैविक खेती को प्रोत्साहन दे रहे हैं। एक नया अभियान मिलेट्स को लेकर भी शुरू किया गया है। विश्व बाजार में मोटे अनाज की पहचान बने, इसके लिए हमने इसको ‘श्री अन्न’ का नाम दिया है। यह एक सुपर फूड है। एक तरफ जहां हम किसानों को मोटे अनाज के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके लिए ग्लोबल मार्केट भी तैयार कर रहे हैं।”
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “पिछले कुछ समय में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी ने अपने नाम यानी अप को सार्थक किया है। यूपी मतलब स्वास्थ्य अप, शिक्षा अप, कौशल अप, निवेश अप और यूपी मतलब निवेश पर रिटर्न अप बन गया है। छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया है। आज देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा होने के कारण ही नए भारत का नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है।
सीएम योगी ने कहा- यूपी में 92 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी
समिट में सीएम योगी ने कहा, “यूपी ने रिफॉर्म, परफॉर्म ट्रांसफार्म के मंत्र आत्मसात किया है। 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। नवीकरणीय ऊर्जा, रियल एस्टेट, शिक्षा, पर्यटन, इलेक्ट्रॉनिक वाहन मैन्युफैक्चरिंग, हाउसिंग, फूड प्रोसेसिंग जैसे सेक्टर्स में अब तक 18645 एमओयू साइन हुए हैं। इससे 92.50 लाख से अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि 9 लाख करोड़ से अधिक का निवेश पूर्वांचल में और बुंदेलखंड में 4.28 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सीएम ने कहा कि प्रदेश की $1 ट्रिलियन की इकोनॉमी का लक्ष्य सफल होगा। निवेशकों की मदद के लिए उद्यमी मित्र की तैनाती की जा रही है।
25 हजार वर्गमीटर में टेंट सिटी बसाई गई
समिट के लिए डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में 25 हजार वर्गमीटर में फाइव स्टार होटल की तर्ज पर 5 बड़े पंडाल और टेंट सिटी बसाई गई है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर यूपी पुलिस अलर्ट है। नेपाल और पड़ोसी राज्यों की सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर खुफिया पुलिस तैनात की गई है। लखनऊ में CCTV और ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है। एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि SPG से लेकर ATS के कमांडो तैनात किए गए हैं। पुलिस और पीएसी मिलाकर करीब 15 हजार जवानों को तैनात किया गया है।
अमेरिका की सबसे ज्यादा 53 कंपनियां हो रहीं शामिल
समिट के शुरू होने से पहले अब तक 27 लाख करोड़ के निवेश से जुड़े एमओयू साइन हो चुके हैं। समिट में गूगल, एप्पल, रोल्स रॉयस, सुजुकी, वॉलमार्ट, अमेजन, जॉनसन एंड जॉनसन, फाइजर, मर्क, मर्सिडीज, लॉरेल और फिलिप्स समेत कंपनियां शामिल होंगी। इनके जरिए 4 लाख करोड़ के विदेशी निवेश का टारगेट है। विदेशी निवेश के लिए 20 सेक्टरों की निवेश नीतियां बनाई गई हैं।
समिट में सबसे ज्यादा अमेरिका की 53 कंपनियां शामिल हो रही हैं। इसके अलावा, संयुक्त अरब अमीरात की 16, फ्रांस-दक्षिण अफ्रीका की 13-13, जापान की 12 कंपनी, दक्षिण कोरिया की 10, कनाडा की 7, नीदरलैंड की 12, जर्मनी की 15, बेल्जियम की 10, स्वीडन और मॉरीशस की 8-8, ब्राजील की 14, मैक्सिको की 9, आस्ट्रेलिया की 15, इजराइल की 14 कंपनी शामिल हो रहीं हैं।
यूपी की आबादी 24 करोड़ से ज्यादा है। जीडीपी भी 23 लाख करोड़ अनुमानित है। ऐसे में सरकार का दावा है कि ग्लोबल समिट में निवेश का आंकड़ा 30 लाख करोड़ को पार कर सकता है। सिर्फ यूपीसीडा में अमेरिका, हांगकांग, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों ने 90 हजार करोड़ निवेश के 12 एमओयू साइन किए हैं। दावा किया जा रहा है कि इसमें 38 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
लखनऊ के सभी बड़े होटल बुक, दिल्ली-चंडीगढ़ से मंगाई गईं 800 लग्जरी गाड़ियां
समिट में आए मेहमान शहर के फाइव स्टार होटल में स्टे करेंगे। इसके लिए राजधानी के सभी बड़े होटल के कमरे बुक किए गए हैं। साथ ही मेहमानों के घूमने के लिए दिल्ली, चंडीगढ़ से 1750 गाड़ियां मंगाई गई है। इनमें 800 जगुआर, रेंज रोवर जैसी लग्जरी गाड़ियां हैं। इसके अलावा हर दिन मुंबई-बेंगलुरु के कलाकार समा बांधेंगे। इनमें वायलिन वादक कुमारेश राजागोपालन, तबला वादक सत्यजीत तलवार, बासुरी वादक अलका ठाकुर शामिल हैं।
योगी सरकार के मंत्रियों ने किया था 16 देशों का दौरा
समिट को लेकर यूपी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ अधिकारियों ने 16 अलग-अलग देशों का दौरा भी किया था। ऐसे में उम्मीद है कि सभी देश के लोग आएंगे। इनमें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), जापान, जर्मनी, थाईलैंड, मैक्सिको, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड, बेल्जियम, कनाडा एवं अर्जेंटीना जैसे देश शामिल हैं।
सुरक्षा में 24 IPS अधिकारी तैनात किए गए
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि समिट के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 24 IPS अधिकारी, 68 PPS और 5415 अराजपत्रित अधिकारी और कर्मचारी लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ कमांडो, 13 कंपनी पीएसी और 3 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CRPF) की तैनात की गई है। इमरजेंसी के लिए ऑपरेशनल कमांड कंट्रोल सेंटर बनाए गए हैं।
2018 में हुई थी पहली समिट
योगी सरकार बनने के बाद फरवरी 2018 में पहली इन्वेस्टर्स समिट आयोजित हुई थी। अब तक 3 ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई है। इसके जरिए 2 लाख 9 हजार 218 करोड़ का प्रपोजल आया है। इसके अलावा लगभग 7 लाख 96 हजार 312 लोगों को रोजगार भी मिला है।