दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज यानी, सोमवार 17 जून को बिजली गुल हो गई। इससे करीब आधे घंटे के लिए चेक इन और बोर्डिंग सर्विसेस ठप हो गईं। इस दौरान लोगों को काउंटर पर भी सर्विस नहीं मिल पाई।
एक यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- बिजली गुल होने से दिल्ली एयरपोर्ट का T3 टर्मिनल पूरी तरह से ठप! कोई काउंटर नहीं, कोई डिजी यात्रा नहीं, कुछ भी काम नहीं कर रहा।
पावर ग्रिड में खराबी से गुल हुई बिजली
एयरपोर्ट के पावर ग्रिड में खराबी के कारण दोपहर करीब 2:45 बजे बिजली गुल हुई थी। हालांकि कुछ देर बाद बिजली की सप्लाई बहाल कर दी गई।
बैगेज लोडिंग प्रोसेस, एयर कंडीशनर को रीबूट किया गया
मीडिया रिपोर्ट के एक एयरपोर्ट अधिकारी के हवाले से कहा गया कि आउटेज के बाद पावर को बैक-अप पर शिफ्ट होने में कुछ समय लगा। इसके बाद बोर्डिंग गेट पर बैगेज लोडिंग, डिजीयात्रा और एयर कंडीशनर जैसी सभी प्रोसेस रीबूट हो गईं।
AC लोड के कारण फुल-पावर पर लौटने में समय लगा
उन्होंने कहा- एयर कंडीशनर के ज्यादा लोड के कारण, फुल-पावर पर लौटने में कुछ मिनट लग गए। इसके तुरंत बाद डिजी यात्रा जैसे सिस्टम फिर से चालू हो गए। अधिकारी ने कहा कि इस आउटेज से फ्लाइट ऑपरेशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
T3 से इंटरनेशनल-डोमेस्टिक दोनों फ्लाइट ऑपरेट होती हैं
दिल्ली पर तीन टर्मिनल हैं। टर्मिनल 1 और 2 डोमेस्टिक फ्लाइट के लिए हैं, जबकि टर्मिनल 3 इंटरनेशनल और डोमेस्टिक दोनों ऑपरेशन्स को संभालता है। T1, T2 और T3 टर्मिनल में सालाना 40 मिलियन, 15 मिलियन और 45 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता है।
दिल्ली एयरपोर्ट में GMR की 64% हिस्सेदारी
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) एक ज्वाइंट वेंचर है। इसमें GMR एयरपोर्ट्स लिमिटेड की 64%, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की 26% और फ्रापोर्ट एजी फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट सर्विसेज वर्ल्डवाइड की 10% हिस्सेदारी है।
सेंट्रल गवर्नमेंट की बिल्डिंग में भी बिजली गुल हो गई थी
11 जून को, उत्तर प्रदेश में एक बिजली संयंत्र में आग लगने की घटना के कारण सेंट्रल गवर्नमेंट की बिल्डिंग सहित मध्य और पूर्वी दिल्ली में घंटों तक बिजली गुल हो गई थी। लोनी सीमा के पास मंडोला में पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की फैसिलिटी में ये आग लगी थी।