प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2025’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने 45 मिनट के अपने संबोधन में युवाओं, अमृतकाल, और भारत के भविष्य पर चर्चा की। पीएम ने इस मौके पर 3,000 से अधिक युवाओं को संबोधित किया और उनकी प्रदर्शनी भी देखी।
प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु
1. युवाओं पर भरोसा:
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे युवा शक्ति पर पूरा विश्वास है। यह विश्वास ही ‘MY Bharat’ और ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’ जैसे अभियानों का आधार बना। मुझे भरोसा है कि युवा भारत को जल्द से जल्द विकसित राष्ट्र बनाएंगे।”
2. विकसित भारत का दृष्टिकोण:
उन्होंने कहा, “विकसित भारत का मतलब एक ऐसा देश जो आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और सामरिक रूप से मजबूत हो। जहां युवाओं को अपने सपने पूरे करने के लिए अनंत अवसर और खुला आसमान मिले।”
3. प्रेरणा और इतिहास:
पीएम मोदी ने अमेरिका और भारत के इतिहास का उदाहरण देते हुए कहा कि जब समाज ठान लेता है, तो बड़े से बड़ा लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने आजादी के संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के लोगों ने अंग्रेजी शासन को चुनौती दी और आजादी पाई।
4. पर्यावरण और भविष्य:
उन्होंने बताया कि भारत ने पेरिस समझौते के तहत अपने लक्ष्य समय से 9 साल पहले पूरे किए। अब 2030 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे तय समय से पहले हासिल किया जाएगा।
5. स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि:
प्रधानमंत्री ने कहा, “स्वामी विवेकानंद को युवाओं पर बहुत भरोसा था। वे कहते थे कि मेरे कार्यकर्ता युवा होंगे, जो हर समस्या का समाधान निकालेंगे।”
युवाओं के चयन की प्रक्रिया
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 3,000 युवाओं का चयन तीन चरणों में किया गया था।
- पहला चरण: 12 भाषाओं में ‘विकसित भारत क्विज’, जिसमें 30 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया।
- दूसरा चरण: क्विज के विजेताओं से ‘विकसित भारत’ पर निबंध लिखवाए गए।
- तीसरा चरण: राज्यों से टॉप 3 प्रतिभागियों को दिल्ली के लिए चुना गया।
मंडाविया का बयान
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “इस डायलॉग में 30 लाख युवाओं में से 3,000 चुने गए हैं। इन्हें आनंद महिंद्रा, अमिताभ कांत और इसरो प्रमुख एस सोमनाथ जैसी हस्तियों का मार्गदर्शन मिला है।”
कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
यह डायलॉग प्रधानमंत्री मोदी के उस विचार का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने 2024 तक 1 लाख गैर-राजनीतिक युवाओं को जन प्रतिनिधि के रूप में राजनीति में लाने की बात कही थी। इस डायलॉग का उद्देश्य पारंपरिक नेशनल यूथ फेस्टिवल की परंपरा को तोड़कर युवाओं के लिए नया प्लेटफॉर्म तैयार करना है।