संसद सत्र के छठे दिन सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के बजट की तुलना महाभारत के चक्रव्यूह से की। राहुल ने कहा- हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है।
21वीं सदी में एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा गया है- वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है। इसका चिह्न प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, अडानी और अंबानी हैं।
इस पर सत्तापक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राहुल को टोकते हुए कहा- आपके सदस्यों ने भी कई बार कहा है कि जो सदन का सदस्य नहीं है, उसका नाम नहीं जाना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा कि आप कहते हैं तो एनएसए, अंबानी और अडाणी जी का नाम निकाल देता हूं और सिर्फ 3 नाम लूंगा।
46 मिनट के भाषण में राहुल ने 4 बार अडाणी-अंबानी का नाम लिया। दो बार मुंह पर उंगली रखी। राहुल ने हलवा सेरेमनी का पोस्टर लहराया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया। स्पीकर ने राहुल को 4 बार टोका।