नई दिल्ली:-राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर रविवार 1 अक्टूबर की रात को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे।
बैठक में बीजेपी की पहली लिस्ट पर चर्चा के बाद अंतिम मुहर लगी। बैठक में 40 से 50 प्रत्याशियों के नाम तय हो गए हैं। ये सूची अब कभी भी जारी हो सकती है। इसमें सांसदों को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है।
बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, भूपेंद्र यादव, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी विजया रहाटकर, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, ओम माथुर शामिल हुए।
इससे पहले सुबह से ही दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी रहा था। केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी के आवास पर राजस्थान के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा था। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा, प्रभारी अरुण सिंह और सह प्रभारी विजया राहटकर भी बैठक में मौजूद रही थीं।
इसके बाद ये सभी नेता नड्डा से भी मिले थे। यहां पहली लिस्ट के नामों को अंतिम रूप दिया गया था। यहां से फाइनल होने वाली पहली लिस्ट सीईसी में रखा गया था।
दो दिन से दिल्ली में मौजूद थे नेता
बैठक को लेकर राजस्थान के नेता दो दिन से दिल्ली में मौजूद थे। प्रदेशाध्यक्ष जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राठौड़ 30 सितंबर को ही दिल्ली पहुंच गए थे। तीनों नेताओं ने दिल्ली में अलग-अलग नेताओं के साथ प्रत्याशियों को लेकर चर्चा की थी।
सूत्रों के मुताबिक, 30 सितंबर को पहले वसुंधरा ने प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी से मुलाकात की थी। उसके बाद सीपी जोशी और प्रहलाद जोशी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आवास पहुंचे थे और उन्हें प्रत्याशियों के बारे में जानकारी दी थी।
राजस्थान के लिए अलग रणनीति, राज्य को 7 जोन में बांटा
विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने राजस्थान को 7 क्षेत्रों में बांटा है। इसकी जिम्मेदारी भी अलग-अलग राज्यों के नेताओं को सौंपी गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हर जोन में एक प्रभारी होगा। जोन के निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए बाकी नेता जिम्मेदार होंगे। ये नेता जोन प्रभारियों को अपडेट करते रहेंगे और पार्टी मुख्यालय को जमीनी हालात बताते रहेंगे।
62 सीटों के प्रत्याशियों की चर्चा
बैठक में 62 सीटों के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा हुई। हालांकि 40 से 50 नाम पर मुहर लगी। पहली लिस्ट में भाजपा ए और डी कैटेगरी की सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। ये वे सीटें हैं, जहां भाजपा सबसे मजबूत और सबसे कमजोर है। ए में 29 और डी कैटेगरी में 19 सीटें शामिल हैं।
पहले इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा संभव
19 कमजोर सीटों में दांतारामगढ़, सरदारपुरा, कोटपूतली, झुंझुनूं, सांचौर, बाड़मेर शहर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, खेतड़ी, नवलगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, लालसोट, सिकराय, टोडाभीम, सपोटरा, बाड़ी, वल्लभनगर, बागीदौरा, और बस्सी विधानसभा शामिल है।
इन 29 सीटों पर भाजपा तीन चुनावों से कभी नहीं हारी
29 सीटों पर भाजपा पिछले तीन चुनावों से कभी नहीं हारी। इन सीटों में बूंदी, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, रामगंजमंडी, झालरापाटन, खानपुर, आसींद, भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमंद, बीकानेर पूर्व, रतनगढ़, फुलेरा, विद्याधर नगर, मालवीय नगर, अलवर शहर, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, नागौर, सोजत, पाली, बाली, सूरसागर, सांगानेर, सीवाना, भीनमाल समेत दो अन्य विधानसभा शामिल है।
5 राज्य जिनमें विधानसभा चुनाव होने हैं…
2023 के आखिर में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। मिजोरम में 17 दिसंबर को, छत्तीसगढ़ में 3 जनवरी, मध्य प्रदेश में 6 जनवरी, राजस्थान में 14 जनवरी और तेलंगाना में 16 जनवरी को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।