हाथरस:-हाथरस से बड़ी खबर है। यहां भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक भक्त घायल हैं। इनमें कई की हालत गंभीर हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
एटा सीएमओ उमेश त्रिपाठी ने बताया कि हाथरस से अब तक 27 शव आ चुके हैं। इनमें 25 महिलाएं और 2 पुरुष हैं। बाकी शव सीएचसी सिंकदराराऊ में हैं। वहां करीब 150 से ज्यादा लोग एडमिट हैं। शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है। फिर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
हादसे के बाद हालात भयावह हो गए। जैसे-तैसे घायलों और मृतकों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया। सीएम योगी ने एडीजी आगरा और कमिश्नर को अलीगढ़ पहुंचने के आदेश दिए हैं। डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गए हैं। सत्संग में 15 हजार से अधिक लोग आए थे।
सरकारी अस्पताल फुल, प्राइवेट को रिजर्व किए गए
हादसे के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोग घायल हैं कि सरकारी अस्पताल फुल हो गए हैं। सीएचसी के बाहर कुछ लोग तड़पते हुए नजर आए। हाथरस प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी से बेड रिजर्व रखने को कहा है। घायल को अब प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया है।
मौके पर हालात बेकाबू हैं। हर कोई भीड़ और लाशों के बीच अपनों को तलाश रहा है।
भगदड़ क्यों मची?
सत्संग खत्म हो गया था। एक साथ लोग निकल रहे थे। हॉल छोटा था। गेट भी पतला था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए।
ज्योति बोली- शांति सत्संग में गए थे, तभी मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शी ज्योति ने बताया- हम लोग शांति सत्संग में गए थे। सत्संग खत्म होने के बाद हम लोग निकलने लगे। भीड़ बहुत ज्यादा थी, तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई। जिससे कई लोग एक दूसरे के नीचे दब गए। कई लोगों की जान चली गई। मेरे साथ आए कई लोगों की जान चली गई है। मैं भी दब गई थी। लगा था कि मौत हो जाएगी। लेकिन किसी तरह से बच गई।
भोले बाबा- सरकारी नौकरी छोड़ प्रवचन देना किया शुरू
भोले बाबा उत्तरप्रदेश के एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे।
सीएम योगी ने दुख जताया
सीएम योगी ने घटना पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों के उचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं।