अमृतपाल जिस बाइक से भागा वह जालंधर में मिली:पत्नी बब्बर खालसा की मेंबर, फंड जुटाती है; मां से एक घंटे पूछताछ

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अमृतसर:-वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल की तलाश में पुलिस का ऑपरेशन लगातार पांचवें दिन भी जारी है। जिस बाइक से वह भागा, उसे पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया। बाइक जालंधर से करीब 45 किलोमीटर दूर दारापुर इलाके में लावारिस हालत में मिली।

उधर, पुलिस ने दोपहर लगभग 12 बजे अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में अमृतपाल की मां से करीब एक घंटे पूछताछ की। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि पूछताछ किस मामले को लेकर की गई है। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर से भी सवाल-जवाब किए।

नया खुलासा: पत्नी भी बब्बर खालसा की मेंबर, फंड जुटाती है
अमृपताल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर NRI है। वह बब्बर खालसा की एक्टिव मेंबर है। एक सीनियर ब्रिटिश खुफिया अफसर ने भास्कर को बताया कि किरणदीप बब्बर खालसा के लिए फंड जुटाती है। 2020 में उसे और 5 लोगों को बब्बर खालसा के लिए पैसे जुटाने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था। वह ब्रिटेन से खालिस्तान मूवमेंट के लिए फंडिंग कर रही थी।

अमृतपाल ने हुलिया बदला, दाढ़ी छोटी की
एक दिन पहले यानी मंगलवार को अमृतपाल की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें उसका हुलिया बदला हुआ है। उसने दाढ़ी कटवा ली है, पारंपरिक सिख बाणा उतार दिया है और पगड़ी में हैं। शर्ट और जींस में बाइक पर बैठा दिख रहा है। पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल ब्रेजा कार से नंगल अंबिया गांव पहुंचा।

यहां उसने गुरुद्वारे के ग्रंथी को बंधक बनाया और यहीं पर हुलिया बदला। इसके बाद वह बाइक से फरार हो गया। पुलिस ने ब्रेजा कार शाहकोट में मनप्रीत मन्ना के घर से बरामद की है। मन्ना को अमृतपाल का मीडिया एडवाइजर बताया जा रहा है। उसके अलावा गुरदीप दीपा, हरप्रीत हैप्पी और गुरभेज भेज्जा की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

ब्रेजा कार से राइफल, वॉकी टॉकी और तलवारें जब्त की गई हैं। अमृतपाल ने इनका इस्तेमाल किया था। आखिरी बार वह ब्रेजा में सवार हुआ।

अपडेट्स…

  • अमृतपाल सिंह का परिवार सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकता है। बुधवार सुबह ही सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकील परिवार से मिलने के लिए घर आए थे।
  • जालंधर के नंगल अंबिया गुरुद्वारे के ग्रंथी रंजीत सिंह और उसके परिवार को बंधक बनाने के आरोप में अमृतपाल के खिलाफ शाहकोट थाने में एक और FIR दर्ज की गई है।
  • ब्रिटिश हाईकमीशन से तिरंगा उतारने वाला अवतार सिंग खंडा को लंदन पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया। खंडा खालिस्तान समर्थक संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का मेंबर और अमृतपाल का हैंडलर है। वह पाकिस्तान में बैठे आतंकी परमजीत सिंह पम्मा का खास है।

अमृतपाल के भागने की पूरी कहानी

1. पुलिस ने 18 मार्च को पीछा शुरू किया
शनिवार यानी 18 मार्च सुबह तकरीबन 11:15 बजे के करीब पुलिस ने प्लानिंग के अनुसार अमृतपाल की मर्सिडीज कार का पीछा शुरू किया। अमृतपाल को इसकी भनक लग चुकी थी। अमृतपाल ने अपनी मर्सिडीज शाहकोट-मोगा हाईवे पर बाजवा कलां गांव के पास बने फ्लाईओवर के नीचे छोड़ दी। मर्सिडीज को चाचा व ड्राइवर ले गए। इसके बाद वह एक ब्रेजा कार में बैठ भाग गया।

2. मर्सिडीज चाचा ले गया, अमृतपाल ब्रेज में सवार हो गया
ब्रेजा में अमृतपाल के ही एक शागिर्द मनप्रीत ने उसे दादोवाल गांव तक पहुंचाया। वहां उसने नशा मुक्ति केंद्र में युवकों से कपड़े लिए। इसके बाद मनप्रीत उसे नंगल अंबिया गांव में बने गुरुद्वारे में ले गया। यह ब्रेजा कार किसी और की नहीं, अमृतपाल के ही मीडिया एडवाइजर पपलप्रीत सिंह की थी।

3. गुरुद्वारे में ग्रंथी को बनाया बंधक
पुलिस के अनुसार अमृतपाल व उसके साथी गांव नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में पहुंचे। यहां ग्रंथी को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया। एक घंटा वे यहां रुके। अमृतपाल ने खाना खाया, कपड़े बदले और अपना हुलिया भी।

4. फोन पर हरियाणा के रेवाड़ी में बातचीत
अमृतपाल सिंह के साथी गुरुद्वारा में उसे भगाने की प्लानिंग कर रहे थे। उसके साथियों ने हरियाणा के रेवाड़ी में किसी से बातचीत की। इसके बाद कार में ही वह गांव के एक स्मारक के पास पहुंचा। जहां दो बाइक पर तीन युवक पहले से ही उसका इंतजार कर रहे थे। यहां मनप्रीत ब्रेजा लेकर अपने घर पहुंच गया और अमृतपाल बाइक पर भाग गया।

5. अंतिम लोकेशन फिरोजपुर-मोगा सड़क
अमृतपाल सिंह की अंतिम लोकेशन फिरोजपुर-मोगा रोड की तरफ की है। CCTV में वह अंतिम बार वहां स्पॉट हुआ है। इसके आगे की जांच अभी पुलिस कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार CCTV फुटेज में वह फिरोजपुर की तरफ मुड़ गया है। नंगल अंबिया गांव से यह सड़क फिरोजपुर और मोगा दोनों रास्तों पर मिलती है। अमृतपाल बठिंडा या राजस्थान भी निकल सकता है।

ग्रंथी को बंधक बनाने पर केस दर्ज
ग्रंथी के बयानों के आधार पर पुलिस ने अमृतपाल सिंह पर एक और मामला दर्ज किया है। ग्रंथी ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे को देखने के लिए लड़की वाले आ रहे थे। ग्रंथी ने समझा कि अमृतपाल लड़की पक्ष की ओर से है। उन्होंने उसे अंदर बुला लिया। ग्रंथी की पत्नी नरिंदर कौर ने बताया कि हथियारों के बल पर उन्हें एक घंटे तक बंदी बना कर रखा गया।

उनके पास पिस्तौल, राइफलें, तलवारें भी थीं। अमृतपाल फोन पर किसी को बुला रहा था। अमृतपाल ने उनके बेटे के ही कपड़े पहने और तकरीबन एक घंटे बाद वहां से चला गया।

अमृतपाल पर हाईकोर्ट में 21 मार्च को सुनवाई हुई, कोर्ट ने पंजाब सरकार से 2 सवाल किए
1. देश के लिए खतरा तो पकड़ा क्यों नहीं?

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार को सरकार से पूछा कि जब एफिडेविट में अमृतपाल को देश के लिए खतरा बताया तो उसे अभी तक पकड़ा क्यों नहीं गया? जवाब: पंजाब सरकार के एडवोकेट जनरल विनोद घई ने कहा कि अमृतपाल अभी फरार है। उस पर NSA लगाया गया है। A​​​​​G ने कहा कि बहुत सी बातें वह यहां नहीं बता सकते।

2. 80 हजार पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे?

हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा कि आपके 80 हजार पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे। साथी पकड़े गए तो अमृतपाल कैसे भाग गया। यह आपका इंटेलिजेंस फेलियर है। 4 दिन बाद फिर इस मामले की सुनवाई होगी।

अब तक 154 हिरासत में
इस पूरे मामले में अमृतपाल सिंह के साथियों के अलावा भागने में उसकी मदद करने वाले कुल 154 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। पुलिस इस पूरे मामले में किसी को बख्शने के मूड में नहीं है। पकड़े गए आरोपियों के अलावा पुलिस अब अमृतपाल सिंह के पारिवारिक सदस्यों के बारे में भी जानकारियां हासिल करना शुरू हो गए हैं। पकड़े गए सभी आरोपियों को देश की विभिन्न जेलों में भेजने की प्लानिंग है, जिसके लिए 13 जेलें आइडेंटिफाई की जा चुकी हैं।

500 करीबी NIA की रडार पर
NIA की टीम हथियारों, विदेशों से लिंक, फंडिंग और ISI से लिंक की जांच कर रही है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के 458 करीबियों की पहचान कर NIA को उनकी सूची सौंपी है। इन्हें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। ए कैटेगरी के 142 लोग हैं जो 24 घंटे अमृतपाल के साथ रहते थे। बी कैटेगरी में 213 वो लोग हैं जो फाइनेंस और संगठन का काम देखते हैं। NIA की आठ टीमें पंजाब पहुंच गई हैं और इन टीमों ने अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, गुरदासपुर, जालंधर जिलों में जांच शुरू कर दी है। इसी लिस्ट में पत्नी किरणदीप कौर भी है।