भोपाल :- मध्यप्रदेश के महापौरों, निकायों के अध्यक्षों और पार्षदों का मानदेय दोगुना होगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल में आयोजित महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों के सम्मेलन में कही। CM ने ट्रेनिंग देते हुए कहा- अहंकार मत रखना। विनम्र रहना। जरा भी अहंकार आया तो जनता की नजरों से उतरना शुरू हो जाएंगे। जनता सब समझती है। बिना कागज देखे साइन मत करना। नियम देख लें, ये मूलमंत्र है।
CM शिवराज ने कहा कि जनता किसके पास जाएगी, पार्षद के पास न, इसलिए मेयर और अध्यक्ष से भी बड़ी जवाबदारी पार्षद की है। मुख्यमंत्री, मंत्री यदि अच्छा काम कर पाएंगे तो पार्षदों की वजह से, इसलिए पार्षद धैर्य न खोएं। हम जनता के सेवक हैं, इसलिए निराश न होना, उत्साह से भरे रहना। इस दौरान CM ने मेयर, अध्यक्ष और पार्षदों का मानदेय दोगुना करने की घोषणा भी की।
नई अवैध कॉलोनी कटे तो बिल्डर को जेल भेजो
मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा। अगर कोई बिल्डर नई अवैध कॉलोनी काटे, तो उसे जेल भेज दो। नियम-प्रक्रिया पूरी नहीं करे तो जेल भेज दो। कोई दिक्कत नहीं हैं इसमें। पुरानी, अवैध कॉलोनियों में कई दिनों से लोग घर बनाकर रह रहे हैं। बताओ उसे वैध बनाना चाहिए या नहीं? आज हम यह तय करके जाएंगे। सरल नियम प्रक्रिया बनाकर, उनको वैध करने का काम करेंगे। ताकि मध्यमवर्गीय और निम्न मध्ययमवर्गीय भाई और बहनों को कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी जमीनों पर दबंग कब्जा कर लेते हैं। इनके डर के कारण कई बार लोग आवाज नहीं उठाते। मप्र की धरती पर ऐसे गुंडे, बदमाश और दबंगों को कुचलकर हमने 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई है। मेरा प्लान है, मैं आपका भी सहयोग चाहता हूं। उसमें जो जमीन शहर में है, वो जमीन हम गरीबों के मकान बनाने के लिए देंगे। जो अधिकारी समय सीमा में परमिशन नहीं देगा तो उसके खिलाफ हर दिन जुर्माना करेंगे। ये हर्जाना जिसका काम लेट हो रहा, उसे देंगे।
सीएम ने दिए सफल होने के सूत्र
- पांव में चक्कर– यानी रोज लोगों के बीच जाएं।
- मुंह में शक्कर– मतलब कड़वा मत बोलो, मीठा बोलो। प्रेम से बोलने में कुछ नहीं लगता। मीठे बोल से ही काम चल जाता है।
- सीने में आग, मतलब काम करने की तलब रखो। काम करने में कोई कसर मत छोड़ना। मैं सुबह 6 बजे से ही काम करना शुरू कर देता हूं। मेरे अंदर ही काम करने की आग जलती रहती है। ये तड़प सभी अपने अंदर लाएं। ये मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं। मन में संकल्प रखें। तड़प रखें।
- माथे पर बर्फ रखें, मतलब शांति बनाएं रखें।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री भूपेंद्र सिंह, ओपीएस भदौरिया के अलावा इंदौर, भोपाल, उज्जैन, सागर, देवास, बुरहानपुर, रतलाम, छिंदवाड़ा, मुरैना, खंडवा, सतना के मेयर मंच पर मौजूद थे। इस दौरान नगरीय निकायों के नव-निर्वाचित महापौर, सभापति, नगर पालिका और नगर परिषदों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी पार्षदों के उन्मुखीकरण और अभिप्रेरण के लिए कार्यशाला, सह-सम्मेलन हुआ। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने सम्मेलन को संबोधित किया।
नवाचार समेत कई मुद्दों पर की चर्चा
प्रशिक्षण-कार्यशाला में मुख्यमंत्री अधो-संरचना, मुख्यमंत्री पेयजल, AMRUT 2.0, दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही प्रमुख नवाचार जैसे- ई-नगरपालिका, स्व-चलित भवन अनुज्ञा प्रणाली, जीआईएस, लेखा प्रणाली, अनाधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण एवं कॉलोनाइजर के लिए स्टेट लेवल के लाइसेंस की व्यवस्था पर चर्चा की गई। साथ ही स्वच्छ भारत एवं अन्य मिशन, पर्यावरण प्रदूषण और तेजी से बढ़ते शहरीकरण की चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
स्वच्छता में यूज होने वाले टूल्स का किया प्रदर्शन
कार्यशाला में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की विभिन्न परियोजनाओं, घटकों एवं विभिन्न मिशन के मॉडल का प्रदर्शन किया गया। साथ ही आजीविका मिशन के स्व–सहायता समूहों, जिन्होंने आर्थिक स्वावलम्बन में उल्लेखनीय काम किया है, के उत्पादों का प्रदर्शन हुआ। कार्यशाला में स्वच्छता कार्य में उपयोग होने वाले उपकरण, मशीनरी जैसे स्वीपिंग मशीन, स्ल्ज सक्शन मशीन, ब्रूमर मशीन, पोर्टेबल सीवर ट्रीटमेंट प्लांट आदि का प्रदर्शन हुआ, जिससे निकाय स्तर पर कार्य का बेहतर माहौल बन सके।
इन्हें किया गया सम्मानित
मुख्यमंत्री चौहान ने सोन चिरैया मेला और विभागीय प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले और राजस्व वसूली में उल्लेखनीय कार्य करने वाले निकायों को पुरस्कृत भी किया।