जयपुर से दुबई जाने वाली स्पाइसजेट एयरलाइंस की फ्लाइट को बुधवार सुबह आखिरी वक्त पर रद्द कर दिया गया। जिसके बाद बड़ी संख्या में जयपुर एयरपोर्ट पर नाराज यात्रियों ने विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान यात्रियों ने स्पाइसजेट प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। तो वहीं स्पाइसजेट प्रशासन ने टेक्निकल कारण का हवाला देकर आखिरी वक्त पर फ्लाइट रद्द होने की बात कही।
दुबई जाने वाले विवेक ने बताया कि लगभग 163 यात्रियों को आज सुबह 9:20 पर स्पाइसजेट एयरलाइन से दुबई के लिए उड़ान भरनी थी। हम सब अपने निर्धारित वक्त पर एयरपोर्ट पहुंच भी गए। लेकिन आखिरी वक्त पर हमें बिना बताए फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया। जब हमने स्पाइसजेट प्रशासन से बात करनी चाही। तो वहां कोई भी व्यक्ति हमें संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद टर्मिनल मैनेजर ने भी हमसे बात करने की कोशिश की लेकिन उनका कोई रिस्पांस नहीं आया।
जबकि हम सब लोग दूर-दराज से आज दुबई फ्लाइट के लिए ही जयपुर पहुंचे थे। मुझे खुद आज दुबई पहुंचना बेहद जरूरी था। क्योंकि मैं वहां नौकरी ज्वाइन करने वाला था। मैं टैक्सी किराए पर लेकर आज जयपुर पहुंचा था। लेकिन यहां आने पर अब फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी मिली है। जिससे मुझे बड़ा नुकसान हो गया है।
विवेक ने कहा कि एयरपोर्ट प्रशासन को अगर फ्लाइट कैंसिल करनी थी। तो हमें इसकी समय रहते जानकारी देनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया ना ही हम लोगों को एयरपोर्ट पर किसी तरह की सुविधा दी गई। ताकि हम फिर से अपने स्थान पर पहुंच सके। जिसकी वजह से आज दूर दराज से आए यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है।
दुबई जाने वाले यात्री अमित ने बताया कि स्पाइसजेट प्रशासन द्वारा आज बड़ी लापरवाही की गई है। मुझे बेहद जरूरी काम से आज दुबई जाना था। लेकिन बिना बताए आखिरी वक्त पर मेरी फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया है। ऐसे में अब मेरे पास दुबई जाने के लिए कोई और व्यवस्था तक नहीं है। जिससे मेरा जरूरी काम पूरा नहीं हो पाएगा। ऐसे में सरकार को इस तरह की लापरवाही करने वाली एयरलाइन कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि वह भविष्य में आम जनता के साथ इस तरह का भद्दा मजाक नहीं करें।
वहीं यात्रियों के विरोध के बाद स्पाइसजेट एयरलाइंस ने टेक्निकल कारण बताकर फ्लाइट रद्द होने की बात कही। जब हमारी टीम ने उनसे इस पूरे मामले पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की। तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।