दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हो रही है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा 31 सीटें जीत चुकी है और 17 पर आगे चल रही है, यानी कुल 48 सीटें। आम आदमी पार्टी (AAP) 15 सीटें जीत चुकी है और 7 पर बढ़त बनाए हुए है, कुल 22 सीटें। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली।
केजरीवाल और सिसोदिया हारे, आतिशी जीतीं
AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल (नई दिल्ली) और मनीष सिसोदिया (जंगपुरा) चुनाव हार गए, जबकि मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी सीट पर जीत दर्ज की। सत्येंद्र जैन भी हार गए। हार के बाद केजरीवाल ने भाजपा को जीत की बधाई दी और कहा, “हमें हार स्वीकार है।”
पीएम मोदी का भाजपा मुख्यालय में संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को भाजपा मुख्यालय पहुंचकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
दिल्ली सचिवालय सील करने के आदेश
दिल्ली सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (GAD) ने सचिवालय सील करने के आदेश जारी किए हैं। बिना अनुमति कोई भी फाइल, दस्तावेज या कंप्यूटर हार्डवेयर परिसर से बाहर नहीं ले जाया जा सकता।
दिल्ली चुनाव के दिलचस्प आंकड़े
- 2020 में भाजपा को सिर्फ 8 सीटें मिली थीं, इस बार वह 6 गुना बढ़त के साथ 48 सीटों पर काबिज हो रही है।
- नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल समेत 20 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। कई को तीन अंकों में भी वोट नहीं मिले।
- केजरीवाल भाजपा के प्रवेश वर्मा से 4,089 वोटों से हारे, जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित को सिर्फ 4,568 वोट मिले।
- भाजपा के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे चुनाव जीते – प्रवेश वर्मा (नई दिल्ली) और हरीश खुराना (मोतीनगर)।
- कांग्रेस का लगातार तीसरी बार खाता नहीं खुला, सिर्फ कस्तूरबा नगर सीट पर वह दूसरे स्थान पर रही।