चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में BJP उम्मीदवार हरप्रीत बबला ने क्रॉस वोटिंग के बाद 2 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 19 वोट मिले, जबकि AAP-कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार प्रेम लता को 17 वोट मिले।
चुनाव में क्रॉस वोटिंग का असर
- BJP के पास मात्र 16 पार्षदों का समर्थन था, जबकि AAP के 13 और कांग्रेस के 6 पार्षदों के अलावा सांसद मनीष तिवारी समेत गठबंधन के पास कुल 20 वोट थे।
- इसके बावजूद गठबंधन की उम्मीदवार को सिर्फ 17 वोट मिले, जिससे साफ हुआ कि कम से कम 3 पार्षदों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया।
AAP और कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
- पिछले टर्म में AAP के कुलदीप कुमार टीटा मेयर थे, लेकिन अब BJP ने उनसे चंडीगढ़ निगम की सत्ता छीन ली।
- दिल्ली चुनाव से पहले AAP के लिए यह हार एक बड़ा झटका मानी जा रही है।
- अब कांग्रेस और AAP के बीच मतभेद और बढ़ सकते हैं, क्योंकि दोनों पार्टियां दिल्ली में आमने-सामने हैं।
BJP की प्रतिक्रिया
- भाजपा का कहना है कि नगर निगम में विकास न होने की वजह से पार्षदों ने “अंतरात्मा की आवाज” सुनकर उनके पक्ष में मतदान किया।
- अब सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए भी मतदान जारी है।