नई दिल्ली, 27 जनवरी। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और संगीत नाटक अकादमी से जुड़े कलाकारों की शानदार प्रस्तुति ‘जयति जय मम भारतम्’ ने गणतंत्र दिवस परेड में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जयति जय मम भारतम में देश के आदिवासी और लोक रूपों की समृद्ध व शानदार वंशावली और विरासत का जश्न मनाया गया। इस शानदार समूह में 5,000 से अधिक लोक और आदिवासी कलाकारों ने युवा शक्ति, कलात्मक विरासत और नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व किया, जो भारत के कोने-कोने से संस्कृति के विविध ताने-बाने और भारत की विरासत की विविधता का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इन्होंने कोरियोग्राफी के माध्यम से विकसित भारत, विरासत भी विकास भी और एक भारत श्रेष्ठ भारत की थीम का जश्न मनाया।
‘जयति जय मम भारतम्’ ने “सबसे बड़े भारतीय लोक विविधता नृत्य” शीर्षक प्रयास के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा गिनीज के अधिकारियों ने एक विशेष समारोह के दौरान की। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सभी कलाकारों की ओर से प्रमाण पत्र प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि सम्मान का यह क्षण राष्ट्र के लिए गर्व का एक बड़ा स्रोत है, जो हजारों कलाकारों, संगीत नाटक अकादमी और मंत्रालय के भारत की कलात्मक विरासत को एक अद्वितीय पैमाने पर प्रदर्शित करने के समर्पण के सामूहिक प्रयासों का जश्न मनाता है।


