दिल्ली में शुक्रवार को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई, जिसमें पहली बार शाहरुख खान, विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी को राष्ट्रीय सम्मान मिला।
शाहरुख और विक्रांत को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार
शाहरुख खान को उनकी एक्शन-थ्रिलर फिल्म जवान और विक्रांत मैसी को बायोग्राफिकल ड्रामा 12वीं फेल के लिए संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला है।
जवान में शाहरुख ने डबल रोल निभाया था, जबकि 12वीं फेल आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा की जिंदगी से प्रेरित फिल्म है।
यह दोनों अभिनेताओं का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है।
रानी मुखर्जी बनीं सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री
रानी मुखर्जी को मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे में शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के खिताब से नवाजा गया। यह पुरस्कार भी उनके 30 साल के फिल्मी करियर का पहला नेशनल अवॉर्ड है। फिल्म में रानी ने सागरिका चक्रवर्ती की भूमिका निभाई, जिनकी आत्मकथा द जर्नी ऑफ अ मदर पर यह फिल्म आधारित है।
पुरस्कार के बाद रानी ने कहा, “यह पुरस्कार मैं दुनिया की सभी माताओं को समर्पित करती हूं। मां के प्रेम और बच्चों की सुरक्षा के लिए उनकी ताकत जैसा कुछ नहीं होता।”
‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ को सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन का पुरस्कार
मनोज बाजपेयी अभिनीत फिल्म सिर्फ एक बंदा काफी है को बेहतरीन संवाद लेखन के लिए पुरस्कार मिला है। इसके संवाद लेखक दीपक किंगरानी हैं।
‘कटहल’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का खिताब
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म कटहल – ए जैकफ्रूट मिस्ट्री को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
फिल्म की निर्माता एकता कपूर और गुनीत मोंगा ने इसे भारतीय कहानियों की जीत बताया।
एकता कपूर ने कहा, “हमारे काम और कहानियों को जो मान्यता मिली है, वह बेहद सुकून देने वाली है।”
वहीं गुनीत मोंगा ने कहा, “यह सम्मान हर उस आवाज की जीत है, जिसे सुना जाना चाहिए।”
कटहल के निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा और सह-लेखक अशोक मिश्रा को भी टीम की इस सफलता के लिए बधाइयां दी गईं।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में इस बार बॉलीवुड की कई चर्चित हस्तियों को पहली बार यह गौरव प्राप्त हुआ है, जिसे फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा और सकारात्मक बदलाव माना जा रहा है।

