अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद प्रशासन ने अवैध प्रवासियों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शपथ के पहले ही दिन 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 373 को हिरासत में लेकर कैंप भेजा गया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ये सभी गिरफ्तारियां अपराधियों के खिलाफ की गई हैं। इन पर रेप, हत्या और किडनैपिंग जैसे गंभीर आरोप हैं। लेविट ने कहा कि ट्रंप प्रशासन अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन ऑपरेशन चला रही है। गिरफ्तार लोगों को मिलिट्री विमान के जरिए डिपोर्ट किया गया है, हालांकि इन्हें कहां भेजा गया है, इसका खुलासा नहीं किया गया।
देशभर में छापेमारी
अवैध प्रवासियों को पकड़ने के लिए इमिग्रेशन और कस्टम एनफोर्समेंट (ICE) ने वाशिंगटन डीसी समेत कई शहरों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है। अधिकारियों ने प्रवासियों से पूछताछ करते हुए कई गिरफ्तारियां की हैं।
ट्रंप ने दिए सख्त संदेश
प्रेस सचिव ने फॉक्स न्यूज को बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने चुनावी वादे पूरे कर रहे हैं और अमेरिका की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग अवैध रूप से अमेरिका में घुसने और कानून तोड़ने की सोच रहे हैं, उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
सीनेट ने पास किया विधेयक
ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती को लेकर सीनेट में एक विधेयक भी पेश किया, जिसे ‘लैकेन रिले एक्ट’ का नाम दिया गया है। यह कानून जॉर्जिया की एक नर्सिंग छात्रा रिले के नाम पर रखा गया है, जिसकी हत्या एक वेनेजुएलन नागरिक ने कर दी थी।
यह विधेयक सीनेट में 64-35 के अंतर से पारित हुआ और अब इसे हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में भेजा जाएगा। इस कानून के तहत पुलिस को दुकानों से सामान चुराने, हिंसा करने और हत्या के आरोपियों को हिरासत में लेने का अधिकार होगा। राष्ट्रपति ट्रंप के दस्तखत के बाद यह कानून प्रभावी होगा।
यह सख्त कार्रवाई ट्रंप प्रशासन की प्रवासी नीति में सख्ती और अपराधों को रोकने की मंशा को साफ दर्शाती है।