राजस्थान विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ERCP और यमुना जल परियोजना को लेकर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर कटाक्ष किया। डोटासरा ने कहा कि मध्य प्रदेश के साथ हुए समझौते की जानकारी जनता को दी जानी चाहिए और केंद्र सरकार ने अब तक कोई आर्थिक सहायता नहीं दी है।
उन्होंने बजरी चोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बयान गंभीर हैं और सरकार को इस पर जवाब देना होगा।
धर्मांतरण विरोधी बिल पेश
विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने धर्मांतरण विरोधी बिल पेश किया, जिसमें लव जिहाद को परिभाषित किया गया है। बिल के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति धर्म परिवर्तन के उद्देश्य से शादी करता है, तो शादी रद्द करने का प्रावधान होगा। स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने पर भी 60 दिन पहले कलेक्टर को सूचना देना अनिवार्य होगा।
विधानसभा में हंगामा
प्रश्नकाल के दौरान दो मुद्दों पर विपक्ष ने हंगामा किया:
- कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की गैरमौजूदगी पर विपक्ष ने नाराजगी जताई।
- महंगे कोयले की खरीद को लेकर विपक्ष ने सरकार पर अडाणी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया।
ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण छत्तीसगढ़ की पारसा कोल माइंस बंद हुई थी, जिससे महंगे कोयले की खरीद करनी पड़ी। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार में कोई घाटा नहीं हो रहा है।